उत्तराखण्ड

बड़ी खबर(देहरादून) स्वतंत्रता-दिवस पर सम्मानित हुए खान अधिकारी ।।

उत्तरकाशी के खान अधिकारी प्रदीप कुमार ने राजस्व लक्ष्य से अधिक वसूली कर पाया राज्यस्तरीय सम्मान

उत्तरकाशी।
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग उत्तराखंड ने इस बार स्वतंत्रता दिवस पर अपने उत्कृष्ट अधिकारियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उत्तरकाशी जिले में तैनात सहायक भूवैज्ञानिक एवं प्रभारी जिला खान अधिकारी प्रदीप कुमार को भी प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर पुरस्कृत किया गया।

शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में उत्तरकाशी के लिए 12.58 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य तय किया गया था। प्रदीप कुमार ने सख्त निगरानी और ईमानदार कार्यशैली से न केवल लक्ष्य हासिल किया बल्कि लगभग दोगुना यानी 24.40 करोड़ रुपये की वसूली कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।

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धराली आपदा कार्यों में व्यस्त होने के कारण प्रदीप कुमार देहरादून के भोपालपानी स्थित कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, परंतु विभागीय निदेशक राजपाल लेघा ने उनका नाम बड़े गर्व के साथ घोषित करते हुए उन्हें विभाग का आदर्श बताया।

प्रदीप कुमार का मूल निवास ग्राम ढाणा, थत्यूड़ (जौनपुर) है। साधारण पृष्ठभूमि से निकलकर उन्होंने यह साबित किया है कि कर्तव्यनिष्ठा और परिश्रम से किसी भी लक्ष्य को पार किया जा सकता है। उनकी उपलब्धि से न केवल उत्तरकाशी जिला बल्कि पूरा जौनपुर क्षेत्र गौरवान्वित है।

प्रदीप कुमार की पहचान विभाग में एक ईमानदार, सख़्त और परिणामकारी अधिकारी के रूप में होती है। उत्तरकाशी जैसे भौगोलिक और प्राकृतिक आपदाओं से जूझने वाले कठिन जिले में कार्यरत रहते हुए उन्होंने न केवल विभागीय लक्ष्यों को पार किया, बल्कि राजस्व चोरी और अवैध खनन पर भी कड़ा शिकंजा कसकर पारदर्शिता की मिसाल पेश की।

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उनकी कार्यशैली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे राजस्व संग्रह को मात्र आंकड़ों तक सीमित नहीं रखते, बल्कि क्षेत्रीय संसाधनों के संरक्षण और संतुलित खनन पर भी विशेष ध्यान देते हैं। यही कारण है कि स्थानीय स्तर पर भी लोग उनके निर्णयों को सराहते हैं।

धराली आपदा के दौरान प्रदीप कुमार प्रभावित क्षेत्र में लगातार सक्रिय है। वे वहां भूवैज्ञानिक दृष्टिकोण से विस्तृत रिसर्च और अध्ययन कर रहे हैं, ताकि आपदा के कारणों और प्रभावों को समझकर भविष्य में संभावित खतरों से बचाव किया जा सके। उनकी यह पहल न केवल विभागीय कार्य के प्रति गंभीरता दर्शाती है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी भरोसे का कारण बनी है।

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प्रदीप कुमार का मानना है कि जब अधिकारी टीमभावना और निष्ठा के साथ कार्य करते हैं तो विभागीय लक्ष्यों को न केवल आसानी से हासिल किया जा सकता है, बल्कि राज्य के विकास में भी अपेक्षा से अधिक योगदान दिया जा सकता है।

उनकी यह सोच और कार्यकुशलता न केवल विभाग बल्कि प्रदेश के अन्य अधिकारियों के लिए भी प्रेरणा है।

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