उत्तराखंड में जंगली वन्यजीव से लोग पीड़ित है जिसके बाद वह वन विभाग जगह जगह पिंजड़ा लगा रहा है लेकिन कहीं-कहीं जिस वन्यजीव के लिए पिंजरा लगाते हैं वह वन्यजीव नहीं सकता है ऐसा ही एक मामला जनपद पौड़ी के नागदेव रेंज के अणेथ गांव का है जहां वन विभाग ने बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था, लेकिन पिंजरे में बंदर की जगह गुलदार फंस गया। जबकि एक अन्य गुलदार मौके से भाग गया। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार का मेडिकल परीक्षण कराया गया। मेडिकल जांच में गुलदार स्वस्थ मिला। वन विभाग की टीम जल्द ही गुलदार को जंगल में छोड़ा जाएगा।
गढ़वाल वन प्रभाग के नागदेव रेंज स्थित अणेथ गांव व आसपास के गांवों में बंदरों का उत्पात बना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण विष्णु प्रसाद ने बताया कि बंदर नरेंद्र लाल, कालिका प्रसाद, शकुंतला देवी सहित अन्य लोगों को काटकर घायल कर चुके हैं। बंदर घरों में घुसकर खाद्य पदार्थों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर कुछ माह पहले वन विभाग ने बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था। पिंजरे में अभी तक कोई बंदर नहीं फंसा। अणेथ गांव में ग्रामीण मनोरथ प्रसाद ने बताया कि वह सुबह पांच बजे उठे तो उन्होंने देखा कि घर के पास बंदर पकड़ने के लिए लगाए पिंजरे में गुलदार फंसा है। साथ ही एक अन्य गुलदार पिंजरे के पास घूम रहा है। शोर मचाने के बाद घूम रहा गुलदार भाग गया। इसके बाद उन्होंने घटना की सूचना ग्रामीणों और वन विभाग को दी। ग्रामीणों ने कहा कि बंदर कम थे कि अब गुलदार भी आ धमका है। उन्होंने वन विभाग ने प्रभावित क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की। वहीं नागदेव रेंज के वन क्षेत्राधिकारी ललित मोहन नेगी ने बताया कि गुलदार करीब एक साल की मादा है। उसे रेस्क्यू कर मॉडल क्रू स्टेशन बुआखाल लाया गया। मेडिकल परीक्षण में वह स्वस्थ है। उन्होंने बताया कि प्रभावित ग्रामीण क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है।