हल्द्वानी -: जैव विविधता से भरे हुए नंधौर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में नन्धौर रेंज के अन्तर्गत अंर्तराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया। इस वर्ष की थीम ‘‘India Launches Project Tiger to revive the tiger Population’’ को ध्यान में रखते हुए स्थानीय जनमानस, जनप्रतिनिधि तथा स्वयंसेवी संगठनों के साथ सामूहिक संवाद/कार्यशाला आयोजित कर बाघ की सुरक्षा, संरक्षण, जनसंख्या, मानव वन्यजीव संघर्ष, वासस्थल प्रबन्धन तथा पर्यावरण संतुलन में बाघ के महत्व पर चर्चा की गई।
प्रभागीय वन अधिकारी हल्द्वानी डिवीजन बाबूलाल ने बताया कि
नन्धौर वन्यजीव अभ्यारण्य में बाघों की बात की जाए तो यह अभ्यारण उनके लिए सबसे सुरक्षित अभ्यारण है यहां पिछली जनगणना के अनुसार 27 बाध की पुष्टि हुई थी जबकि पक्षियों की लगभग 135, तितलियों की 20 से अधिक प्रजातियाॅ, साॅपों की 10 प्रजातियाॅ, गोल्डन महाशीर प्रजाति की मछलियाॅ इत्यादि पाई जाती है। नन्धौर रेंज में मुख्यतः बाघ, लेपर्ड, हाथी, भालू, इत्यादि वन्यजीव प्रजातियाॅ पाई जाती हैं।
नन्धौर वन्यजीव अभ्यारण्य का कुल क्षेत्रफल 26995.60 हैक्टेयर है। इसमें नन्धौर, जौलासाल, शारदा तथा डाण्डा रेंज शामिल हैं। नन्धौर रेंज में पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केन्द्र मछलीवन, तितलीपार्क, आडिटोरियम, वन विश्राम भवन, बैंबू हाॅट सोविनियर शाॅप, वाॅच टावर, ट्री हाउस हैं। जिसमें प्रतिवर्ष लगभग औसतन 2000 पर्यटक नन्धौर वन्यजीव अभ्यारण्य आते हैं।
वन क्षेत्राधिकारी नंधौर रेंज सुनील शर्मा ने बताया कि वन्य जीव संरक्षण और जैव विविधता को लेकर अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नन्धौर रेंज में ‘‘आपण नन्धौर’’ नाम से वाट्सगु्रप की शुरूआत की गई। जिसके माध्यम से स्थानीय लोग, विद्यार्थी, जनप्रतिनिधी, पर्यावरणविद्, स्वयंसेवी संगठन इत्यादि एक मंच पर अपने अनुभव, सुझाव एवं समस्या समाधान हेतु संवाद स्थापित कर सकेंगे। साथ ही यह ग्रुप रेंज स्टाॅफ तथा जनता के बीच जनसहभागिता हेतु सेतु का कार्य करेगा। वर्तमान में नन्धौर रेंज में बैंबू हाॅट सोविनियर शाॅप का संचालन महाशीर स्वंय सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है। इस शाॅप में नन्धौर अभ्यारण्य से सम्बन्धित प्रचार सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।