चंपावत -: उत्तर भारत के प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले का आज शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा अर्चना कर प्रदेश में सुख, शांति एवं खुशहाली की कामना की।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी ने घोषणा करते हुए कहा कि ककराली गेट, टनकपुर से मां पूर्णागिरि धाम तक यात्रा मार्ग में विद्युत विभाग द्वारा स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। मां पूर्णागिरि धाम में लगने वाले मेले व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन हेतु मंदिर समिति को अनुदान दिया जाएगा। टनकपुर जौलजीबी मोटर मार्ग के बाटनागाड़ में पुल का निर्माण किए जाने, भैरव मंदिर में स्थाई पुलिस चौकी बनाए जाने, पूर्णागिरि क्षेत्र को इको टूरिज्म हब के रूप में विकसित किए जाने, टनकपुर शारदा नदी के तट पर कर्मशाला का निर्माण किए जाने, बनबसा में मुक्तिधाम का निर्माण किए जाने, बनबसा खटीमा सितारगंज होते हुए टनकपुर से राजस्थान खाटूश्याम के लिए बस सेवा शुरू किए जाने, चम्पावत पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात हेतु रात्रि में भी खोले जाने, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भजनपुर में एक फ्लोर और चार अतिरिक्त कक्ष बनाये जाने, चंपावत में साइंस सेण्टर का निर्माण किए जाने, श्री पूर्णागिरी मंदिर घाटी क्षेत्र में हेलीपेड का निर्माण किया जाने एवं आदि कैलाश, ओम पर्वत की यात्रा को जाते वक्त अल्मोड़ा से एवं चम्पावत के रास्ते यात्रा को वापस लाए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने माँ पूर्णागिरि मेले के शुभारंभ अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे इस पावन मेले का शुभारंभ कर मां पूर्णागिरि मैया के चरणों में शीश नवाने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा मां पूर्णागिरि मैया की महिमा से हम सभी भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा पूर्णागिरि मेला उत्तर भारत का प्रसिद्ध मेला है जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु विभिन्न स्थानों से आते हैं। उन्हें प्रत्येक सुविधा मुहैया कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति की पताका संपूर्ण विश्व में लहरा रही है और दुनिया भर के देश हमारी प्राचीन संस्कृति और दर्शन से परिचित हो रहे हैं। हमारे धर्म ने कभी भी ’’स्व’’ अर्थात स्वयं की बात नहीं की, इसने सदा ’’सर्व’’ अर्थात सभी की बात की है, यही हमारी विशेषता है। हजारों वर्षों के पश्चात भी विश्व हमारी आस्थाओं और मान्यताओं के सामने नतमस्तक है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम अपने धर्म मार्ग से कभी विचलित ना हों और अपनी सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें। आज देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भावना पुनः जागृत हुई है। वहीं प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड के प्राचीन मंदिरों के पुर्ननिर्माण और जीर्णोद्वार के लिए प्रतिबद्ध है। आध्यात्मिक एवं धार्मिक रूप से उत्तराखंड को देवी-देवताओं की भूमि माना जाता है। यही कारण है कि गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को भगवान केदारनाथ की भूमि मानते हुए जहां केदारखंड पुकारा जाता है वहीं कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों को कैलाश मानसरोवर की भूमि मानते हुए मानसखंड कहा जाता है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारखंड के मंदिरों को विकसित करने के साथ ही हम मानसखंड कॉरिडोर को भी विकसित करने कि दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जिसके अंतर्गत कुमांऊ के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी तथा मां पुण्यागिरी मंदिर सहित अनेक मंदिरों को चिह्नित किया गया है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर “कर्तव्य पथ” में मानसखंड कॉरिडोर पर आधारित हमारी झांकी को पहली बार प्रथम पुरुस्कार मिला। राज्य सरकार उत्तराखंड के पौराणिक धार्मिक स्थलों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के साथ साथ विकास के ऐसे नए नए आयाम स्थापित करें जिससे उत्तराखंड का नाम पूरे देश में गूंजे। प्रधानमंत्री जी के दिशा निर्देशन में हमारी सरकार आज उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र के साथ निरंतर कार्य कर रही है।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी द्वारा समूह की महिलाओं द्वारा पूर्णागिरि धाम हेतु तैयार किए गए प्रसाद तथा प्रसाद रखने हेतु समूह की महिलाओं द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत पीरुल की टोकरी जो बनाई गई है, उसका भी शुभारंभ किया गया।
सांसद श्री अजय टम्टा ने कहा कि सभी धामों को आगे बढ़ाने हेतु कुमाऊं मंडल के सभी धामों, मंदिरों को मानसखंड में शामिल कर उन्हें आगे बढ़ाने हेतु राज्य सरकार द्वारा ऐतिहासिक कार्य किया जा रहा है।जिससे धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा। युवा नेतृत्व में राज्य विकास की सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार पर्यटन, साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्यरत है। उन्होंने कहा आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री धामी के दिशा-निर्देशों में प्रत्येक वर्ग का विकास तेजी के साथ किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्णागिरि मेले में आए श्रद्धालुओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया एवं भक्तों द्वारा लगाए गए भंडारे में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया।