Uttarakhand city news   स्पर्श गंगा शिक्षाश्री पुरस्कार-2025 की घोषणा, नौ प्रेरणादायी शिक्षक होंगे सम्मानित
हल्द्वानी। शिक्षक दिवस पर हिमालयन एजुकेशनल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसायटी (हर्ड्स) ने इस वर्ष के स्पर्श गंगा शिक्षाश्री पुरस्कार-2025 की घोषणा की। यह सम्मान उन शिक्षकों और समाजसेवियों को दिया जाएगा जिन्होंने शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और समाजसेवा में उल्लेखनीय योगदान दिया है। संस्था पिछले पाँच वर्षों से इस पुरस्कार का आयोजन कर रही है।
शिक्षा में नवाचार के लिए डॉ. ममता आर्या (हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय), पर्यावरण संरक्षण के लिए श्री बीरेंद्र दत्त गोदियाल (राजकीय जूनियर हाई स्कूल, पाटुली, थलीसैंण), समाज सेवा के लिए श्री धीरेंद्र जोशी (राजकीय इंटर कॉलेज, डोकरा, भुजियाघाट, नैनीताल), सांस्कृतिक संरक्षण के लिए श्रीमती अनुराधा पांडेय (पीएम श्री राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, कोटाबाग) और ग्रामीण विकास एवं आजीविका संवर्धन के लिए प्रो. जय प्रकाश जायसवाल (जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर) को चयनित किया गया है।
स्पर्श गंगा प्रशस्ति पत्र-2025 हेतु प्रो. जगमोहन सिंह नेगी (रामनगर), डॉ. कुवंरपाल सिंह (काशीपुर), प्रो. प्रभाकर मणि कला (पूर्व कुलसचिव, एनआईटी उत्तराखंड) और डॉ. महेंद्र सिंह पंवार (मालदेवता, रायपुर) का चयन हुआ है।
हर्ड्स के सचिव एवं स्पर्श गंगा अभियान के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो. अतुल जोशी ने बताया कि शिक्षाश्री पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र और 11,000 रुपये की नकद राशि दी जाएगी, जबकि प्रशस्ति पत्र पाने वालों को स्मृति चिन्ह और प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान समारोह 17 दिसम्बर को ‘स्पर्श गंगा दिवस’ पर आयोजित होगा।
इस वर्ष की चयन समिति में पद्मश्री सम्मानित पर्यावरणविद् कल्याण सिंह रावत ‘मैती’, प्रो. अतुल जोशी, सुश्री विदुषी निशंक, प्रो. प्रभाकर बड़ोनी, डॉ. एस.डी. तिवारी, प्रो. सी.एस. जोशी, डॉ. सर्वेश उनियाल और श्री के.के. पांडेय शामिल रहे।
यह पुरस्कार वर्ष 2009 से चल रहे स्पर्श गंगा अभियान से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य शिक्षा, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है।
 
 
 
 
 
 


 
											 
																								
 
						 
						 
						


 
									 
									 
									 
									 
									 
									 
									 
									