उत्तराखण्ड

ब्रेकिंग-: विधानसभा सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहीं यह बात. पढ़े दी पायनियर से भी All preparations made for winter session of assembly- Speaker.कई महत्वपूर्ण विधेयक होंगे पास ।।

देहरादून
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा है कि विधानसभा सत्र आयोजित करने के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. विधानसभा अध्यक्ष ने बुधवार को यहां विधानसभा में अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि विधानसभा का आगामी शीतकालीन सत्र देहरादून में आयोजित करने का निर्णय गैरसैंण में अत्यधिक ठंड के कारण लिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि अगला सत्र (बजट सत्र) गैरसैंण में आयोजित हो.
खंडूरी ने कहा कि 29 नवंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र की सभी तैयारियां कर ली गई हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा सचिवालय को सदस्यों के प्रश्न प्राप्त हुए हैं और आशा व्यक्त की कि सत्र के दौरान विधायक उत्साहपूर्वक चर्चा में भाग लेंगे। अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि सत्र के दौरान सदस्य अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अधिक से अधिक प्रश्न उठाएंगे।

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आज के पायनियर से पढ़ेंAll preparations made for winter session of assembly- Speakerhttps://www.pioneeredge.in/all-preparations-made-for-winter-session-of-assembly-speaker/


इस मुद्दे पर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चल रही बहस के मद्देनजर विधानसभा अध्यक्ष का बयान आया है कि सत्र के स्थान पर राजनीति होनी चाहिए। विपक्षी कांग्रेस सरकार पर राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की अनदेखी का आरोप लगा रही है। इस वर्ष का बजट सत्र गैरसैंण में आयोजित नहीं किया गया क्योंकि चार धाम यात्रा के चरम के दौरान वहां सत्र आयोजित करने में प्रशासन हिचक रहा था।
गौरतलब है कि पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री (सीएम) कार्यकाल के दौरान गैरसैंण में कोई अधिवेशन आयोजित नहीं किया गया है. मार्च 2021 में उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र गैरसैंण में आयोजित किया गया था और उसके बाद वहां कोई सत्र आयोजित नहीं किया गया है. दिलचस्प बात यह है कि इस सत्र के दौरान तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को बदल दिया गया था।
राज्य सरकार द्वारा आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में धर्म परिवर्तन कानूनों में संशोधन सहित कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की उम्मीद है। सत्र के दौरान सरकार अनुपूरक बजट भी लाएगी।
विपक्षी कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बढ़ती बेरोजगारी, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएससी) के परीक्षा पेपर लीक मामले, सरकार के विभिन्न विभागों में भर्ती घोटाले, विधानसभा में बैकडोर नियुक्तियों, मूल्य वृद्धि के मुद्दों को उठाएगी। और बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति। कांग्रेस अंकिता भंडारी हत्याकांड और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने की कोशिश करेगी।

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