लालकुआं-:उत्तराखंड में राजनीति की बिसात बिछाने से पहले बिगड़े बोल अब लोगों की आत्मा को भी झझकोरने लगे हैं, लालकुआं के निवासियों को कुएं में बताने वाले भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मदन कौशिक की बदजुबानी कहे या पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की फिसलती जुबान इन सबके बीच लालकुआं के स्थानीय लोगों की आत्म सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले बयान से लोग जमकर दोनों नेताओं की निंदा कर रहे हैं । इस बीच पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के दोनों नेताओं द्वारा जिस तरह से लाल कुआं की जनता के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई वह एक निंदनीय कदम है लालकुआं कौमी एकता का गुलदस्ता है इसको कुए की संज्ञा दे ना उनकी गिरी मानसिकता को जताता है इस बीच आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाले इस बयान से जहां हरीश रावत ने चुटकी लेते हुए तुरंत उसका पलटवार कर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उनकी इस बयान की निंदा करते हुए पूरा लेखा-जोखा लिख डाला हरीश रावत लिखते हैं।
Lalkuanभाजपा के नेता मेरा अपमान करते-करते #लालकुआं के लिए भी गलत मनोवृति का परिचय दे रहे हैं! भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और एक पूर्व मुख्यमंत्री का बयान है कि हरीश रावत राम-नगर से निकलकर कुएं में चले गए हैं। मैं भाजपा के नेताओं से कहना चाहता हूंँ कि भाजपा के लोगों ये लालकुआं, अमृत कुंड है। इसी अमृत कुंड से हरीश रावत जी जिस अमृत को लेकर आएगा, वही अमृत लालकुआं के भी विकास को शीर्ष पर पहुंचाएगा और उत्तराखंड के विकास को भी गति देने का काम करेगा। भाजपा के लोगों आपने 5 साल विकास को मारा है, उस विकास को फिर से खड़ा करने के लिए अमृत की ही जरूरत है और मैं उसी अमृत की तलाश में लालकुआं आया हूंँ और मुझे पूरा विश्वास है कि लालकुआं की जनता-जनार्दन मेरी याचना व भक्ति मंथन को उस से लाल कुआं की आकांक्षा को स्वीकार करेगी और अमृत का जो कलश मेरे हाथ में रखेगी उससे मैं लालकुआं की जन आकांक्षा को पूरा करूंगा और उत्तराखंड की जन आकांक्षाओं को भी आगे बढ़ाऊंगा।
“जय हिंद, जय उत्तराखंड-जय उत्तराखंडियत”।