अल्मोड़ा

breaking (Almora)सामाजिक दूरी-और नजदीक ला रही है सहकारिता को-पहाड़ों में महिलाएं इस क्षेत्र में कर रही हैं बड़ा काम…………

अल्मोड़ा
देश में कोरोना संक्रमित वायरस ने पैर क्या पसारे कि अचानक प्राकृतिक ने परिवर्तन की दिशा ही बदल दी।इस वायरस ने लॉक डाउन के दौरान समाज को उन चीजों से रूबरू कराया जो हम बरसों पीछे छोड़ करके चले गए।


बढ़ती उद्योग की गतिविधियां और फ्लोर मिल के चलन के चलते पहाड़ों में आटा चक्की का प्रचलन धीरे-धीरे कम होने लगा अब लॉक डाउन के चलते जिला अधिकारी नितिन सिंह भदोरिया ने स्थानीय कुटीर उद्योगों की समीक्षा करते हुए इसको गंभीरता से लिया तथा गेहूं पिसाई के क्षेत्र में गतिविधि तेज करते हुए जनपद के दूरस्थ विकास खण्ड स्याल्दे के दूरस्थ ग्राम गुदलेख में कलिंका आजीविका स्वायत्त सहकारिता, गुदलेख द्वारा सम्पादित कुटीर उद्योगों पर फोकस किया जो सहकारिता के स्टाफ एवं चयनित सदस्यों ​के साथ लाॅक डाउन अवधि के दौरान अपने विकास खण्ड एवं आसपास के क्षेत्रों में अपनी सहकारिता द्वारा स्थापित आटा चक्की के माध्यम से आटा तैयार कर उपलब्ध करवा रहे हैं।


जिलाधिकारी श्री भदौरिया कहते हैं कि मां कलिंका आजीविका संघ द्वारा अपनी चक्की में गेहू पिसाई एवं उसकी बेहतरीन पैंकिंग की जा रही है। इस आटे को हिलांस ब्राण्ड के नाम पर बेचा जा रहा है। इसके उपरान्त अपने सदस्यों, एवं विकास खण्ड की सहकारिताओं को उनकी मांग के अनुसार आपूर्ति की जाती है। वर्तमान में सहकारिता द्वारा इस गुणवत्तायुक्त आटे को 2600.00 प्रति क्विंटल की दर से विक्रय किया जा रहा है। इस सहकारिता ने लाॅक डाउन अवधि के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करते हुये गेहूं पिसाई कर लगभग 95 क्विंटल आटा पिसते हुए उक्त की अपनेआसपास की सहकारिताओं एवं व्यक्तियों आदि को आपूर्तिकी है। इसके अतिरिक्त सहकारिता के पास वर्तमान में 5 क्विंटल आटा एवं लगभग 80 क्विंटल गेहूं स्टाॅक में हैं जिसे मांग के अनुसार पिसाई की जा रही है।


सिंह भदौरिया ने बताया कि एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना, अल्मोड़ा द्वारा जिला प्रशासन के साथ मिलकर विभिन्न तरह के उपाय किये जा रहे हैं जिससे कि कोरोना वायरस महामारी से बचा जा सके, साथ ही जन मानस को अतिआवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध भी करवाया जा सके। परियोजना प्रबन्धक कैलाश चन्द्र भट्ट के दिशा-निर्देशन में आईएलएसपी गठित आजीविका संघों द्वारा मुख्य रूप से ग्राम स्तर पर सैनिटाइजेशन, मास्क उत्पादन, राहत सामग्री वितरण, ग्राम स्तर पर जागरूकता, सामाजिक दूरी हेतु समुदाय का जन जागरण, आवश्यक सामग्रियों की ग्राम स्तर पर आपूर्ति गेहूं कटाई हेतु फार्म मशीनरी बैंक को उपलब्ध करवायी जा रही है।वहीं महिलाएं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खेतों में गेहूं काटने का भी कार्य जोर शोर से कर रही हैं।

Ad Ad
To Top