उत्तराखण्ड

Breaking –:भगवान तुंगनाथ के कपाट शीतकालीन सत्र के चलते हुए बंद अब गद्दी स्थल पर होगी बाबा तुंगनाथ की अगले 6 महीनों तक पूजा ।

रुद्रप्रयाग
सिखों के पवित्र गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के शीतकाल के लिए कपाट बंद होने के बाद अब पंच केदारो में तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट करवा चौथ के दिन विधि विधान पूजा अर्चना और महा अभिषेक के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए मंदिर में पुरोहितों के द्वारा 11:30 पर पूजा अर्चना संपन्न कराई गई जिसके बाद यह कपाट बंद कर दिए गए।
तुंगनाथ मंदिर में सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार सुबह 6:00 बजे से पूजा-अर्चना प्रारंभ हुई तथा 10:30 पर भगवान तुंगनाथ की मूर्ति को चल विग्रह डोली में सजाकर गर्भ गृह में मंदिर परिसर में लाकर पूर्वान्ह 11:30 पर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिया गये, इसके बाद भगवान की चल विग्रेह डोली शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमाठ के लिए प्रस्थान हुई जो रात्रि में झाडोली चोपता में और मक्कूमठ में विश्राम कर उखीमठ में शीतकालीन गद्दी स्थल बाबा तुंगनाथ की पूजा अगले 6 महीनों तक संपन्न होगी ।

Ad Ad
To Top