
राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए हॉकी खिलाड़ी बॉबी सिंह धामी ने कहा देश लिए खेलना एक अलग ही एहसास होता है, जबकि लीग में माहौल अलग होता है। प्रयास समान रहते हैं, लेकिन तीव्रता बदल सकती है, और हमें तेजी से सीखना और अनुकूलित होना पड़ता है। भारतीय टीम में खेलते समय संवाद आसान होता है क्योंकि खिलाड़ी पहले भी साथ खेले होते हैं। वहीं, लीग में विभिन्न देशों के खिलाड़ी होते हैं, जिनकी खेल शैलियां अलग होती हैं, जिससे तालमेल बिठाने में कुछ कठिनाई हो सकती है। मैंने 2012 में हॉकी खेलना शुरू किया, जिसकी शुरुआत अपने मामा के घर की थी। वेदांता कलिंगा लैंसर्स के साथ खेलने का एक शानदार अनुभव था। हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया, आपसी तालमेल बढ़िया था। कलिंगा लैंसर्स के साथ खेलना फायदेमंद रहा, जिससे मुझे उच्च स्तरीय प्रतियोगिता का अनुभव मिला। हालांकि यह हमारा सबसे अच्छा सीजन नहीं था, लेकिन
कलिंगा लैंसर्स ने हमें अपनी गलतियों से सीखने और सुधार करने का मौका दिया। भारतीय टीम में आने के लिए मुझे थोड़ी और मेहनत करने की जरूरत हैं चूंकि यह राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर का खेल होता है। जिसमें सभी की निगाहे आपके ऊपर होती है।
बॉबी सिंह धामी का जन्म 1 जुलाई 2002 को हुआ वे उत्तराखंड के एक भारतीय फील्ड हॉकी खिलाड़ी हैं । उन्होंने अप्रैल 2024 में पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीनियर इंडिया में पदार्पण किया तथा घरेलू टूर्नामेंटों में भारतीय खाद्य निगम और हॉकी हरियाणा के लिए और हीरो हॉकी इंडिया लीग 2024 में कलिंगा लांसर्स के लिए फॉरवर्ड के रूप में खेलते हैं । वह भारत के लिए खेलने वाले उत्तराखंड के पहले पुरुष हॉकी खिलाड़ी हैं।
