उत्तरकाशी: धराली-हर्षिल आपदा राहत एवं बचाव कार्य जारी, गंगोत्री राजमार्ग आंशिक रूप से सुचारू।
उत्तरकाशी: हेलीसेवा से राहत सामग्री पहुँची, स्यानाचट्टी झील से जल प्रवाह जारी
उत्तरकाशी, 27 अगस्त।
धराली-हर्षिल क्षेत्र में हुई प्राकृतिक आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। प्रशासन द्वारा चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी से MI-17 हेलीकॉप्टर और मातली हेलीपैड से अन्य हेलीकॉप्टरों के माध्यम से लगातार राशन और आवश्यक राहत सामग्री प्रभावित क्षेत्रों तक पहुँचाई जा रही है।
इधर, स्यानाचट्टी क्षेत्र में बनी अस्थाई झील से लगातार जल प्रवाह हो रहा है। झील के मुहाने को चौड़ा करने और नदी से गाद निकालने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की संभावित आपदा से बचा जा सके।
गौरतलब है कि 05 अगस्त को भटवाड़ी तहसील के धराली एवं हर्षिल क्षेत्र में अतिवृष्टि/बादल फटने से उत्पन्न आपदा के बाद राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी हैं। जनपद आपातकालीन परिचालन केन्द्र उत्तरकाशी से मिली ताज़ा जानकारी के अनुसार वर्तमान में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हर्षिल तक वाहनों के लिए सुचारू है, हालांकि कई स्थानों पर मरम्मत एवं मलवा निकासी का कार्य जारी है।
राजमार्ग की स्थिति
वासआउट: धराली मार्ग पर 100 मीटर हिस्सा ध्वस्त हुआ था, जहां लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी की एक जेसीबी मशीन कार्यरत है।
हर्षिल आर्मी कैंप क्षेत्र: भागीरथी नदी पर 250 मीटर हिस्से में अवरोध हुआ था, जहां सिंचाई विभाग उत्तरकाशी के 60 श्रमिक चैनलाइजेशन कार्य कर रहे हैं।
तेलगाड़–धराली मार्ग: 300 मीटर मार्ग मलवा एवं गाद से बाधित हुआ था, जिस पर जेसीबी द्वारा निकासी का कार्य चल रहा है। वर्तमान में तेलगाड़ का जलस्तर सामान्य है।
धराली क्षेत्र: 350 मीटर भाग में आए मलवे को सीमा सड़क संगठन एवं लोक निर्माण विभाग की मशीनरी (04 लोडर, 02 जेसीबी, 04 पोकलेन, 04 टिप्पर और 100 मजदूर/ऑपरेटर) की मदद से हटाया गया। यहां अस्थायी रैम्प बनाकर वाहनों की आवाजाही शुरू की गई है।
जनहानि
इस प्राकृतिक आपदा में अब तक कुल 02 लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि 67 लोग लापता बताए जा रहे हैं। लापता लोगों में उत्तराखंड, टिहरी, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश के नागरिकों के साथ ही 25 नेपाली नागरिक भी शामिल हैं। धराली में एक सैनिक के शव की शिनाख्त प्रक्रिया जारी है।
अन्य जानकारी
डबरानी: राजमार्ग पर कार्य के दौरान एक पोकलेन मशीन नदी में गिर गई, जिसमें ऑपरेटर लापता है। उसकी तलाश जारी है।
संचार व्यवस्था: नलूण क्षेत्र में भारी भूस्खलन से नेटवर्क की फाइबर लाइन क्षतिग्रस्त हुई है, जिससे भटवाड़ी से गंगोत्री तक संचार बाधित है। मरम्मत कार्य चल रहा है।
विद्युत आपूर्ति: प्रभावित क्षेत्रों में फिलहाल विद्युत आपूर्ति सुचारू है।




