
चंपावत
लोहाघाट में मदिरा दुकान का निरीक्षण, उपजिलाधिकारी ने पकड़ी खामियां
जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार के निर्देशानुसार, उपजिलाधिकारी लोहाघाट नितेश डागर द्वारा लोहाघाट स्थित अंग्रेजी मदिरा दुकान का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान दुकान में कई अनियमितताएं प्रकाश में आईं, जिनमें मूल्य से अधिक दर पर मदिरा विक्रय, ऑनलाइन भुगतान प्रणाली का निष्क्रिय होना, स्टॉक रजिस्टर में विसंगतियां तथा ग्राहकों को बिल/रसीद न देना प्रमुख रूप से सम्मिलित रहे।
इन तथ्यों के आधार पर उपजिलाधिकारी द्वारा अनुज्ञापी के विरुद्ध नियमानुसार अर्थदण्ड आरोपित करने एवं अन्य विधिक कार्रवाई किए जाने की संस्तुति आबकारी विभाग को की गई है।
निरीक्षण के दौरान शराब के मूल्य की पुष्टि हेतु दो क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षकों को ग्राहक के रूप में दुकान पर भेजा गया। दोनों अधिकारियों ने कुछ व्हिस्की और बीयर खरीदी, जिनके लिए निर्धारित एमआरपी से ₹100 अधिक वसूले गए। बिल की जांच में इस अनियमितता की पुष्टि हुई। वहीं एक अन्य ग्राहक द्वारा भी यह बताया गया कि दुकान में शराब अक्सर अधिक मूल्य पर बेची जाती है।
स्टॉक रजिस्टर की जांच के दौरान यह पाया गया कि नवीन प्राप्ति तो दर्ज थी, परंतु बकाया स्टॉक अद्यतन नहीं था, जिससे वास्तविक स्टॉक का सत्यापन संभव नहीं हो सका।
ऑनलाइन भुगतान के संबंध में पूछे जाने पर सेल्समैन ने मशीन के खराब होने की बात कही। मशीन की जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि उसमें पिछले लंबे समय से कोई नवीन प्रविष्टि दर्ज नहीं की गई थी, जिससे यह सिद्ध होता है कि डिजिटल माध्यम से मदिरा विक्रय लंबे समय से बंद है।
इसके अतिरिक्त, दुकान पर उपस्थित ग्राहकों एवं सेल्समैन द्वारा यह भी स्वीकार किया गया कि मदिरा विक्रय के उपरांत ग्राहकों को कोई भी बिल या रसीद प्रदान नहीं की जाती।
उपरोक्त सभी तथ्यों के दृष्टिगत, उपजिलाधिकारी लोहाघाट द्वारा अनुज्ञापी के विरुद्ध नियमानुसार अर्थदण्ड लगाने एवं आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने की संस्तुति की गई है।
इस संबंध में जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार ने जनपद की सभी मदिरा दुकानों को सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यदि भविष्य में किसी दुकान में इस प्रकार की अनियमितताएं पाई जाती हैं, तो संबंधित अनुज्ञापी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
