उत्तराखण्ड

बड़ी खबर (उत्तराखंड) यहां बना स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र ।।

Ad

(सफलता की कहानी)

जिला मुख्यालय में बना पहला स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र, बड़ी छात्रों की संख्या

बाल मनोविज्ञान को देखते हुए आंगनबाड़ी केंद्र में जुटाये गए संसाधन

भवन की दीवारों में उकेरी गयी आकर्षक पेंटिंग

पौड़ी -: जिला मुख्यालय के पूल्ड हाउस स्थित आंगनबाड़ी केंद्र नये रंग-रूप में नजर आ रहा है। बच्चों की आवश्यकता को देखते हुए इसको स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र में रूप में तैयार किया गया है। कक्ष-कक्षाों में बाल मनोभावों के अनुरूप आकर्षक पेंटिंग, डिजीटल उपकरणों के साथ ही खेलने के लिए विभिन्न तरह की सामाग्री की व्यवस्था की गयी है।

यह भी पढ़ें 👉  (बड़ी खबर) चंपावत जिले में यह अधिकारी देंगे अपनी सेवा, संभाला कार्यभार ।।


पूल्ड हाउस स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति काफी खराब हो गयी थी और यहां बच्चों के अनुकूल वातावरण नहीं था। जिसके चलते अभिभावक यहां अपने बच्चों को भेजने में हिचकिचा रहे थे। इसे देखते हुये महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग ने इस केंद्र के सुद्ढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण की योजना बनायी। इस काम में योअर्स ह्यूमनली संस्था का साथ मिला। इस आंगनबाड़ी केंद्र को लगभग 18 लाख रूपये की लागत से स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में तब्दील किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र थपलियाल ने बताया कि भवन को परम्परागत तरीके से अलग आकर्षक डिजाइन में बनाया गया है। कक्षों की संख्या बढ़ाने के साथ ही भवन में दो चाइल्ड फ्रेंडली वाॅशरूम, किचन, स्टोर और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिये कार्यालय कक्ष का निर्माण कराया गया है। बच्चों के दृष्टिगत शैक्षिक पेंटिंग भी करवायी गयी है। साथ ही एलईडी टीवी और इंटरनेट की व्यवस्था भी की गयी है। उन्होंने बताया कि बच्चों के लिये खेलने के लिये उपयुक्त सामाग्री की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र से यह फायदा हुआ कि बच्चों की संख्या 02 ये 08 पहुंच गयी है।
जिलाधिकारी डाॅ. आशीष चौहान का कहना है कि स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र नवाचार है। केंद्रों को बाल मनोविज्ञान के अनुरूप बनाया गया है। जिला मुख्यालय की तरह अन्य क्षे़त्रों में भी स्मार्ट आंगनबाड़ी केंद्र बनाये जाएंगे। जिससे वहां भी बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट आंगनबाड़ी में सभी तरह की व्यवस्थायें की गयी हैं, जिससे बच्चों का मन आंगनबाड़ी केंद्र में लगा रहेगा।

To Top