विदेश से आई धमकी भरी कॉल पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर मांगी गई थी 30 लाख की फिरौती — एक आरोपी गिरफ्तार, साथी फरार
Uttarakhand city news.com
हरिद्वार, 7 नवम्बर 2025 (उत्तराखंड सिटी न्यूज़)
थाना पिरान कलियर क्षेत्र में विदेश से आई धमकी भरी कॉल के मामले में हरिद्वार पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि उसका एक साथी अभी फरार बताया जा रहा है। आरोपी ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर 30 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी।
मामला 30 अक्टूबर 2025 का है, जब ग्राम धनौरी निवासी रवि कुमार को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर (+971542*******) से धमकी भरी कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा बताते हुए 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। इस संबंध में थाना पिरान कलियर में मुकदमा अपराध संख्या 284/25 धारा 308(4) BNS के तहत अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने तुरंत जांच के आदेश दिए और पिरान कलियर पुलिस तथा सीआईयू (CIU) की संयुक्त टीम गठित की। जांच के दौरान धमकी कॉल के नंबर की लोकेशन हरियाणा के रोहतक जिले के ग्राम किलोई में मिली।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि अजय हुड्डा नामक व्यक्ति, जो फिलहाल आर्मेनिया में नौकरी कर रहा है, उसने अपने साथी आशीष सैनी निवासी मूलदासपुर माजरा थाना बहादराबाद से पीड़ित और उसके भाई के मोबाइल नंबर प्राप्त किए थे। अजय हुड्डा ने वहीं से धमकी भरी कॉल की थी।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी आशीष सैनी पुत्र धनीराम सैनी (36 वर्ष), निवासी मूलदासपुर माजरा, थाना बहादराबाद, हरिद्वार को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अजय हुड्डा अभी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
आरोपी ने अपने विदेशी साथी के साथ मिलकर जल्दी पैसे कमाने के लालच में यह षड्यंत्र रचा था। पुलिस ने आरोपी से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किया है।
एसएसपी डोबाल ने मामले का सफल खुलासा करने वाली पुलिस टीम को ₹2500 का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस टीम:
थानाध्यक्ष कलियर रविन्द्र कुमार, व0उ0नि0 बबलू चौहान, उ0नि0 पुष्कर सिंह चौहान, हे0का0 सोनू कुमार
सीआईयू टीम:
निरीक्षक प्रदीप बिष्ट, हे0का0 चमन सिंह, हे0का0 मनमोहन भण्डारी, का0 महिपाल सिंह, का0 राहुल नेगी
हरिद्वार पुलिस के इस संयुक्त ऑपरेशन से एक बार फिर साबित हुआ है कि साइबर और अंतरराष्ट्रीय अपराधों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है, जिससे अपराधियों के हौसले पस्त हों।




