
धाराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद भारतीय सेना ने HADR (मानवीय सहायता और आपदा राहत) अभियान तेज़ किए
वर्तमान में कुल 65 लोगों का रेस्क्यू कर मातली लाया जा चुका है।
दिनांक: 07 अगस्त 2025 | अपडेट समय: 0600 बजे
भारतीय सेना, अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर उत्तराखंड के हर्षिल के पास बादल फटने से प्रभावित धाराली क्षेत्र में मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) अभियानों को लगातार तीव्र गति से अंजाम दे रही है।
वर्तमान स्थिति
क्षेत्र अब भी कई स्थानों पर भूस्खलन और सड़कें टूटने के कारण कटा हुआ है। नागरिक और सैन्य टीमें लगातार राहत, बचाव और संपर्क बहाली के कार्यों में जुटी हैं।
- सड़क मार्ग: बड़तवाड़ी, लिंचिगाड़, हर्षिल के पास, गंगरानी और धाराली में कई स्थानों पर गंभीर रूप से बाधित। मरम्मत कार्य जारी है।
- हेलीपैड स्थिति:
- हर्षिल स्थित सैन्य हेलीपैड चालू है।
- नेलोंग का हेलीपैड चालू है और गंगोत्री से सड़क द्वारा जुड़ा है, जिससे पर्यटकों की आवाजाही सुगम हो रही है।
- धाराली का नागरिक हेलीपैड कीचड़ भरे भूस्खलन के कारण बंद है।
तैनात सैनिक और संसाधन
- लगभग 225 सैनिक राहत कार्य में लगे हैं, जिनमें इंजीनियर, मेडिकल टीमें और बचाव विशेषज्ञ शामिल हैं।
- एक रीको रडार टीम टेकला में तैनात, दूसरी टीम को लाया जा रहा है।
- सर्च एंड रेस्क्यू डॉग्स तैनात किए गए हैं।
हवाई सहायता
- चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर जॉलीग्रांट में तैयार स्थिति में हैं; मौसम अनुकूल होने पर नागरिकों की निकासी और सैनिकों की तैनाती आज से शुरू होने की संभावना।
- पांच नागरिक हेलीकॉप्टर सहस्त्रधारा से मटली-बड़तवाड़ी-हर्षिल के बीच बचाव अभियान में SDRF के समन्वय से कार्यरत।
- आईटीबीपी के मटली हेलीपैड पर अस्थायी हवाई बेस बनाया जा रहा है ताकि राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई जा सके।
राहत एवं बचाव कार्य
- अब तक 70 नागरिकों को बचाया गया है।
- हताहत:
- नागरिक: 3 की मौत की पुष्टि, 50 से अधिक लापता (जैसा कि सिविल प्रशासन ने बताया)।
- सेना: 1 जेसीओ और 8 जवान लापता।
- निकासी: 9 सैनिक और 3 नागरिकों को हेलीकॉप्टर से देहरादून ले जाया गया।
- 3 गंभीर रूप से घायल नागरिकों को एम्स ऋषिकेश एंबुलेंस से भेजा गया।
- 8 नागरिकों को जिला अस्पताल उत्तरकाशी में भर्ती कराया गया।
- 2 शव बरामद।
महत्वपूर्ण घटनाक्रम
- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने धाराली का दौरा किया।
- सेन्ट्रल कमान के सेना कमांडर और जीओसी यूबी एरिया मौके पर मौजूद रहकर कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
- सेन्ट्रल कमान के चीफ ऑफ स्टाफ, सेंट्रल एयर कमांड मुख्यालय के साथ मिलकर हेलीकॉप्टर अभियानों के समन्वय में लगे हैं।
- गंगोत्री में फंसे लगभग 180-200 पर्यटकों को सेना और ITBP द्वारा भोजन, आश्रय और चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
अगले 24-48 घंटे: कार्य योजना
- पैराट्रूपर्स और मेडिकल टीमों को चिनूक हेलीकॉप्टरों के जरिए हर्षिल भेजा जाएगा।
- NDRF के जवान और चिकित्सा दलों को MI-17 हेलीकॉप्टरों से नेलोंग में उतारा जाएगा।
- नेलोंग हेलीपैड से लौटती उड़ानों में पर्यटकों को निकाला जाएगा।
- उत्तरकाशी और टेकला के आगे की सड़कें खोलने के प्रयास जारी हैं।
