उत्तराखण्ड

बड़ी खबर(उत्तराखंड) जंगल में बाघ की मौत.. नाखून हो गए गायब, विशेष जांच दल के गठन के आदेश।।

Uttarakhand City news com . अज्ञात कारणों के चलते एक बाघ की मौत हो गई घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे प्रभागीय वनाधिकारी नवीन चन्द्र पंत ने जांच पड़ताल करते हुए बाघ के शव का वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डॉ० जे०पी० यादव व पशु चिकित्साधिकारी डॉ० वैशाली साह ने पोस्टमार्टम किया।
ढकना बडोला के ग्रामीण महिलाओं ने वन पंचायत ढकना में एक बाघ के शव मिलने की सूचना वन विभाग वन को दी गई। घटना की सूचना के बाद मौके पर आला अधिकारियों ने बाघ के शव के पोस्टमार्टम हेतु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी चम्पावत से सम्पर्क कर पोस्टमार्टम के लिये एन०टी०सी०ए० की गाईडलाइन के अनुसार दो पशु चिकित्सकों के द्वारा मृत बाघ का पोस्टमार्टम किया इस दौरान जांच पड़ताल में मृत बाघ की लम्बाई पूंछ सहित 220 से०मी० ऊंचाई 89 से०मी० छाती पर गोलाई 95 से० मी० एवं गर्दन गोलाई 58 से०मी० नापी गई। बाघ की मृत्यु लगभग 24 घण्टे पूर्व होना आकलित की गयी। मृत बाघ की अनुमानित आयु अधिकतम 5 वर्ष आकी गई। बाघ के आगे के दाहिने पंजे के सभी नाखून सुरक्षित पाये गये परन्तु आगे के बाएं पंजे के नाखून गायब मिले। पीछे के बाएं पंजे के दो नाखून सुरक्षित मिले, जबकि पीछे के दाएं पंजे का एक नाखून सुरक्षित मिला। वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डॉ० जे०पी० यादव व पशु चिकित्साधिकारी डॉ० वैशाली साह ने अपरान्ह 2.00 बजे बाघ का शव विच्छेदन के उपरान्त बाघ के विभिन्न अंगो का सैम्पल विसरा जॉच व डी०एन०ए० जॉच हेतु सुरक्षित रखा । जिसे भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्जत नगर, बरेली व भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून को भेजा जा रहा है। घटना की जाँच उप प्रभागीय वनाधिकारी, लोहाघाट/चम्पावत श्रीमती नेहा सौन को सौंपी गयी है। बाघ के शव के नाखुनों के गायब होने की जाँच हेतु उप प्रभागीय वनाधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जाँच दल गठित किया गया है। बाघ की मृत्यु का वास्तविक कारण विसरा जाँच, डी०एन०ए० जाँच परिणाम तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरान्त ज्ञात हो सकेगा।
शव विच्छेदन के समय उप प्रभागीय वनाधिकारी लोहाघाट/चम्पावत, वन क्षेत्राधिकारी चम्पावत, रंग कारवां संस्था एन०जी०ओ० के श्री तरूण पंत, श्रीमती ईश्वरी देवी, सरपंच ढकना वन पंचायत तथा चम्पावत वन क्षेत्र के अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

Ad
To Top