उत्तराखण्ड

बड़ी खबर(हल्द्वानी) स्कूल फीस वृद्धि, स्कूलों की मिली शिकायत. यह अधिकारी करेंगे जांच ।।

Uttarakhand city news Haldwani -:नैनीताल जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी ने अभिभावकों की ओर से मिल रही विभिन्न शिकायतों के आधार पर विकासखण्ड हल्द्वानी और रामनगर के खण्ड शिक्षा अधिकारियों को जिले के चार निजी विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं।
मुख्य शिक्षा अधिकारी गोविन्द राम जायसवाल ने हल्द्वानी के तीन विद्यालयों के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी तारा सिंह को जांच अधिकारी नामित किया है जबकि खण्ड शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद को रामनगर के एक निजी विद्यालय के लिए जांच अधिकारी नामित किया गया है।
श्री जायसवाल ने शनिवार को एक पत्र जारी कर दोनों ही खण्ड शिक्षा अधिकारियों को इन विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण कर दो दिनों में अपनी संस्तुति के साथ जांच आख्या उपलब्ध कराने को कहा है।

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स्कूल फीस वृद्धि भाजपा ने भी कसी कमर

भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि राज्य सरकार सरकारी और निजी स्कूलों की हरकतों को लेकर सतर्क है। उन्होंने कहा कि निजी प्रतिष्ठानों की बेलगाम हरकतों से छात्रों के अभिभावकों को परेशान नहीं किया जाएगा। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ने इस मुद्दे के समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

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नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के निजी स्कूलों द्वारा शोषण संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की बात कही है। शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों से जुड़ी शिकायतों के लिए टोल फ्री नंबर 1800 180 4275 जारी किया है। इस नंबर पर अब अभिभावक निजी स्कूलों से जुड़ी समस्याओं की शिकायत कर सकेंगे। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने शिक्षकों, छात्रों और उनके अभिभावकों को विभाग से जुड़ी सभी प्रासंगिक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए नई आधिकारिक वेबसाइट भी शुरू की है।

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चौहान ने कहा, “विभाग को पूरे राज्य में अभिभावकों से फीस वृद्धि, स्कूल यूनिफॉर्म और अभिभावकों को महंगी किताबें खरीदने के लिए मजबूर किए जाने के बारे में शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों पर विचार करते हुए विभाग ने एक टोल-फ्री नंबर जारी किया है। प्राप्त शिकायतों का निदेशालय स्तर पर संबंधित अधिकारी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा और फिर उन्हें निवारण के लिए जिला स्तर के अधिकारियों को भेजा जाएगा। अधिकारी शिकायत पर कार्रवाई करेंगे और निदेशालय को इसकी रिपोर्ट देंगे।”

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