हल्द्वानी :- केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक सहायक उप निरीक्षक हरिश्चंद्र और उनके साथ इस पूरे मामले पर बिचौलिए का काम करने वाले लाल कुआं रेलवे स्टेशन पर तैनात तकनीशियन (इलेक्ट्रिकल) जसवीर सिंह यादव को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
गौरतलाव है कि इससे पूर्व 17 जनवरी 2024 को भी रेलवे सुरक्षा बल का एक जवान हल्द्वानी में घूस लेते हए सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. इस घटना से जहां रेलवे सुरक्षा बल की छवि धूमिल हो रही है वही उनके कर्मचारी और अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है ।।
सीबीआई देहरादून शाखा के एसपी के अनुसार आरपीएफ काठगोदाम में तैनात एएसआई और तकनीशियन के खिलाफ शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता पर काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर डंपर से रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। मामले में उसके खिलाफ रेलवे ऐक्ट की धारा 160(2) में एफआईआर दर्ज हुई थी। आरोप है कि एएसआई और तकनीशियन ने गिरफ्तारी से बचाने और डंपर को जब्त न करने की ऐवज में शिकायतकर्ता से दो लाख रुपये रिश्वत मांगी। हालांकि बाद में यह राशि घटाकर 25 हजार रुपये पर समझौता हुआ।
शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत सीबीआई से की। देहरादून सीबीआई शाखा ने काठगोदाम में जाल बिछाते हुए रविवार को दोनों आरोपियों को शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया जिनसे कई घण्टे पूछताछ की गई। सीबीआई के अनुसार आरोपियों के ल ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। तलाशी में मिली जानकारियों को जल्द सार्वजनिक किया जाएगा। दोनों आरोपियों को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
