आईआईटी रुड़की के शोधकर्ताओं ने बनाया जीवन-सदृश सूक्ष्म कारक
रुड़की, 03 नव आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने ऐसे जीवन-सदृश सूक्ष्म हाइड्रोजेल कण विकसित किए हैं जो तेल-पानी की सतह पर खुद को व्यवस्थित करने में सक्षम हैं। ये सूक्ष्म कण अपने भीतर होने वाली एंजाइमी प्रतिक्रियाओं से संचालित होते हैं और रासायनिक ईंधन (भोजन) पर निर्भर रहते हुए स्व-संगठन प्रदर्शित करते हैं।
इन सूक्ष्म कणों में एक-दूसरे के साथ आकर्षक व प्रतिकर्षी अंतःक्रियाएं इंजीनियर की गई हैं, जिससे वे स्वायत्त रूप से व्यवस्थित हो सकते हैं। यह तकनीक पर्यावरणीय सुधार, तेल रिसाव की सफाई और लक्षित दवा वितरण जैसे क्षेत्रों में उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
यह शोध प्रो. पवन कुमार बोसूकोंडा के निर्देशन में शोधार्थी पंकज एस. पटवाल द्वारा किया गया और प्रतिष्ठित पत्रिका जर्नल ऑफ द अमेरिकन केमिकल सोसाइटी (JACS) में प्रकाशित हुआ है।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने इसे संस्थान की मजबूत अनुसंधान संस्कृति का प्रतीक बताया। यह अध्ययन स्व-संचालित बायो-प्रेरित माइक्रोबॉट्स और जीवन-सदृश पदार्थों के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।




