राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने च्यूरानी (चंपावत) की प्रधानाध्यापिका मंजुबाला को सम्मानित किया
चंपावत।
उत्तराखंड के च्यूरानी (Champawat) की सरकारी प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मंजुबाला को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया है। शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह के दौरान उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया।

मंजुबाला ने विद्यालय की व्यवस्थाओं को लोकतांत्रिक स्वरूप देने और फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमरेसी (FLN) को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने मातृभाषा आधारित शिक्षा, गतिविधि-आधारित अधिगम और निरंतर मूल्यांकन की व्यवस्था को बढ़ावा दिया, जिससे प्रत्येक बच्चा अपनी कक्षा के स्तर पर दक्षता हासिल कर सके।
उन्होंने स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल टीएलएम के माध्यम से शिक्षण को आधुनिक और प्रभावी बनाया। विद्यालय में बाल सभा जैसे मंचों की स्थापना कर छात्रों को अपनी प्रतिभा निखारने और आत्मविश्वास बढ़ाने का अवसर दिया।
सिर्फ शिक्षा ही नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी मंजुबाला सक्रिय रही हैं। उन्होंने मासिक धर्म स्वच्छता और बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर जागरूकता अभियान चलाकर छात्राओं और समुदाय को सशक्त बनाने का कार्य किया है।
राष्ट्रपति द्वारा मिला यह सम्मान न केवल मंजुबाला के अथक प्रयासों की पहचान है, बल्कि पूरे चंपावत जिले और उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है।




