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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों के लिए वर्षभर जल उपलब्ध कराने की पहल
रामनगर (नैनीताल), 18 अक्तूबर।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों के लिए पूरे वर्ष पर्याप्त जल उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है। इसके तहत कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, ICICI Foundation for Inclusive Growth और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी (NIH), रुड़की के बीच संयुक्त बैठक आयोजित हुई।
बैठक में ICICI Foundation द्वारा अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) कार्यक्रम के अंतर्गत रिजर्व क्षेत्र में जल संरक्षण से जुड़ी परियोजना पर चर्चा की गई। इसमें यह निर्णय लिया गया कि रिजर्व क्षेत्र का विस्तृत वाटरशेड मैपिंग किया जाएगा, जिसमें सभी जल स्रोतों, नालों, ड्रेनेज पैटर्न और भूजल संभावनाओं का वैज्ञानिक अध्ययन होगा।
इस अध्ययन के आधार पर वन्यजीवों के लिए स्थायी जल स्रोत सुनिश्चित किए जाएंगे, नए बड़े वाटर होल्स (जलकुंड) बनाए जाएंगे तथा चौकियों के लिए जल आपूर्ति के स्रोतों की पहचान की जाएगी। मानसूनी जल को संरक्षित कर ग्राउंडवॉटर रिचार्ज बढ़ाने पर भी जोर रहेगा। प्रस्तावित वाटर होल्स को इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा कि हाथियों जैसे बड़े वन्यजीव भी सहजता से जल ग्रहण कर सकें।
बैठक में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की ओर से डॉ. साकेत बडोला (निदेशक), श्री राहुल मिश्रा (उपनिदेशक), श्री अमित ग्वासीकोटी (उपवन संरक्षक), तथा श्री मोहित सिंह राठौर (प्रशासनिक अधिकारी) शामिल रहे।
ICICI Foundation से श्री यतेंद्र कुमार, और NIH रुड़की से डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. राजेश सिंह व डॉ. सुजाता कश्यप उपस्थित रहीं।
कॉर्बेट प्रबंधन के अनुसार यह पहल उत्तराखंड में वन्यजीव संरक्षण और जल प्रबंधन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगी।




