
भाजपा का कांग्रेस को करारा जवाब: जय हिन्द सभा के नाम पर सेना के सम्मान का ढोंग
हल्द्वानी में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित तथाकथित ‘जय हिन्द सभा’ भारतीय सेना के सम्मान और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के नाम पर महज एक राजनीतिक नौटंकी है। यह वही कांग्रेस है, जिसने न केवल 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के सबूत मांगकर भारतीय सेना के पराक्रम पर सवाल उठाए, बल्कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपने नेताओं के माध्यम से राफेल विमानों का नींबू-मिर्च लटकाकर मजाक उड़ाया। आज सैन्य धाम उत्तराखंड में, जहां वीर सैनिकों की शहादत को हर पल सम्मान दिया जाता है, वही कांग्रेस सेना के सम्मान का ढोंग रच रही है। यह कृत्य न केवल सेना का अपमान है, बल्कि उन शहीदों की विधवाओं का भी तिरस्कार है, जिनके मंगलसूत्र का सिंदूर आतंकियों ने छीना ।
कांग्रेस की यह दोहरी नीति देशवासियों के सामने बेनकाब है। एक तरफ राहुल गांधी और उनके नेता ऑपरेशन सिंदूर को “छोटी जंग” कहकर सेना के शौर्य को कमतर आंकते हैं, दूसरी तरफ उनके प्रवक्ता और विधायक राफेल जैसे अत्याधुनिक युद्धक विमानों का अपमान करते हैं। क्या यह वही कांग्रेस नहीं, जिसके शासनकाल में राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के कारण एक भी विमान भारतीय सेना को नहीं मिला, और स्क्वाड्रन की संख्या 42 से घटकर 33 हो गई थी? इसके विपरीत, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने राफेल विमानों को न केवल हासिल किया, बल्कि ऑपरेशन सिंदूर में इनके जरिए आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दुनिया को भारत की ताकत दिखाई।
कांग्रेस का इतिहास रहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बजाय पाकिस्तान को क्लीन चिट देती रही है। 26/11 जैसे जघन्य हमले के बाद भी कांग्रेस ने केवल कागजी डोजियर सौंपे, जबकि मोदी सरकार ने उरी, पुलवामा, और अब पाहलगाम हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर जैसे निर्णायक कदमों से दिया। कांग्रेस के नेता आज भी पाकिस्तान की भाषा बोलते हुए सबूत मांगते हैं और सेना के मनोबल को तोड़ने की कोशिश करते हैं। क्या हल्द्वानी की जय हिन्द सभा में कांग्रेस यह बताएगी कि उनके नेता अजय राय ने राफेल का अपमान क्यों किया? क्या वे उन बहनों से माफी मांगेंगे, जिनके पतियों की शहादत का मजाक उनके नेताओं ने उड़ाया?
भाजपा स्पष्ट करती है कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की 140 करोड़ जनता की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का प्रतीक है। यह कार्रवाई 7 मई 2025 को मात्र 23 मिनट में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर, 100 से अधिक आतंकियों को मार
गिराने में सफल रही यह उपनाच्ये भारतीय सेना की वीरता गौर प्रधानमंत्री मोदी की के दृढ़ जेल की प्रमाण है। कांग्रेस को यह समझना होगा कि सेना को सम्मान रैलियों और सभाओं से नहीं, बल्कि नीतियों और कार्यों से होता है
हम कांग्रेस से पूछते हैं:
- क्या आप सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट हमले के सबूत मांगने के लिए देश से माफी मांगेंगे?
- राफेल का अपमान करने वाले अपने नेताओं पर आपने कार्रवाई क्यों नहीं की?
- पाहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश करने वाले आपके नेताओं की नीयत पर देशवासियों को संदेह क्यों न हो?
भाजपा उत्तराखंड की जनता के साथ मिलकर सेना के पराक्रम को सलाम करती है और तिरंगा यात्रा के माध्यम से हर घर तक ऑपरेशन सिंदूर की गौरव गाथा पहुंचा रही है। कांग्रेस की जय हिन्द सभा को देश ‘पाकिस्तान की हिंद यात्रा’ के रूप में देख रहा है। हम देशवासियों से अपील करते हैं कि वे इस ढोंग को पहचानें और भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़े रहें।
प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्री प्रताप बिष्ट जी व मण्डल अध्यक्ष संदीप सनवाल जी मौजूद रहे।
