Uttarakhand city news भारी बारिश के कारण हुए जान माल के नुकसान का आकलन तत्काल तैयार करते हुए राहत व मुआवजा राशि वितरित करें विभाग: जिलाधिकारी
चंपावत न्यूज़
अधिकारी इस कठिन समय में क्षेत्र में जाकर प्रभावितों की मदद करें व राहत कार्यों के साथ ही क्षति का भी आंकलन करें
क्षतिग्रस्त सरकारी परीसंपत्तियों की रिपोर्ट यथाशीघ्र उपलब्ध कराए अधिकारी
18 सितंबर (बुधवार) से विद्यालयों में प्रत्येक दशा में शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए पठन-पाठन का कार्य सुचारु करें
राष्ट्रीय राजमार्ग में जितने भी संवेदनशील स्थल है इनमें आवाजाही सुरक्षित रूप से हो, किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए
जिन क्षेत्रों में पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं उन क्षेत्रों में अस्थाई पेयजल व्यवस्था हेतु जहां संभव हो उन जगहों में पिकअप व टैंकरों के माध्यम से पेयजल वितरित कराया जाए।
पेयजल की शुद्धता हेतु सभी पेयजल टैंकों की सफाई तथा क्लोरीनेशन का कार्य कराया जाय
विकास खंड स्तर पर सभी बीडीओ ग्रामीण क्षेत्रों में पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ करें
विगत दिनों जनपद में हुई भारी बारिश के कारण हुए नुकसान के दृष्टिगत त्वरित रूप से राहत एवं बचाव कार्य कराया गया और लगातार विभागों द्वारा स्थिति जनसामान्य बनाए जाने हेतु कार्य किये जा रहे हैं,इन्हीं कार्यों की जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे द्वारा विभागों से वर्चुअल बैठक कर प्रगति की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को सामान्य बनाते हुए आवश्यक सेवाओं को तुरंत बहाल किया जाए।
*सड़क निर्माण विभाग बंद सड़कों को एक योजनाबद्ध तरीके से मशीनों की संख्या और अधिक संख्या में बढ़ाकर उन्हें तुरंत खोलकर आवागमन सुचारू करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व विभाग आपदा प्रभावितों को 48 घंटे के भीतर अहेतुक राशि का चेक वितरित करना सुनिश्चित करें। इस कार्य में उप जिलाधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए राहत राशि प्रभावितों को वितरित करना सुनिश्चित करें।
जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उनका आंकलन क्षेत्रीय पटवारी से कराते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराकर, मुआवजा शीघ्र वितरित कराए।
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं उन क्षेत्रों में अस्थाई पेयजल व्यवस्था सुचारू के साथ ही, जहां संभव हो उन जगहों में पिकअप व टैंकरों के माध्यम से पेयजल वितरित कराया जाए। विद्युत विभाग जिले के सभी ऐसे क्षेत्र जहां विद्युत व्यवस्था बाधित हुई है और अभी तक बहाल नहीं हो पाई है, तुरंत विद्युत सुचारु करें। जिलाधिकारी ने कहा कि उरेडा विभाग आपदा प्रभावित क्षेत्र के साथ ही राहत शिविरों में सोलर लाइट दो दिन के भीतर स्थापित करना सुनिश्चित करें। परियोजना अधिकारी उरेडा स्वयं क्षेत्र में जाएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग आपदा प्रभावित गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा वितरित करने के साथ ही शुद्ध पेयजल की उपलब्धता हेतु क्लोरीन की दवा भी वितरित करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने पशुपालन विभाग को मृत पशुओं की रिपोर्ट तैयार करने के साथ ही ऐसे क्षेत्रों में मृत पशुओ के निस्तारण सही ढंग से करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए,ताकी मृत पशुओ के कारण गांव में किसी भी प्रकार की बीमारी ना फैले।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को क्षतिग्रस्त विद्यालय भवनों को संबंधित कार्यदाई संस्थाओं के माध्यम से प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा सभी विभाग रिस्टोर्वेशन के बाद क्षतिग्रस्त परीसंपत्तियों के प्रस्ताव यथाशीघ्र उपलब्ध कराए। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी को 18 सितंबर बुधवार से विद्यालयों में प्रत्येक दशा में शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए पठन-पाठन का कार्य सुचारु कराने के निर्देश दिए।
बैठक में अवगत कराया गया कि वर्तमान में जनपद में 87 सड़के बंद है। इस संबंध में *अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग ने अवगत कराया कि टनकपुर से घाट तक राष्ट्रीय राजमार्ग की 27 स्थानों में बंद हुई थी। जिन सभी में आवागमन सुचारू हो गया है। साथ ही स्वाला में पहाड़ी कटान कर आवागमन सुचारू कर दिया गया है। जिसे और बेहतर किया जा रहा है*। जिलाधिकारी ने कहा राष्ट्रीय राजमार्ग में जितने भी संवेदनशील स्थल हैं इनमें आवाजाही सुरक्षित रूप से हो किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए और ऐसे संवेदनशील स्थानों में पर्याप्त मशीन रखी जाए इस हेतु उन्होंने अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग को आवश्यक निर्देश दिए। जिला अधिकारी ने कहा कि संवेदनशील स्थानों में एहतियातन सावधानी बढ़ती जाए।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग को राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ समन्वय स्थापित कर बसों को गंतव्य हेतु भेजने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को मार्ग खोले जाने के पश्चात आवागमन सुव्यवस्थित व सावधानी पूर्वक रखे जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने लोनिवि,पीएमजीएसवाई,एनपीसीसी खंड अंतर्गत बंद सड़कों को प्राथमिकता के तहत मशीनों की संख्या बढ़ाते हुए शीघ्र खोलने के निर्देश दिए।
वर्चुअल माध्यम से आयोजित बैठक में अपर जिला अधिकारी हेमंत कुमार वर्मा,सभी उपजिलाधिकारी,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी जुड़े रहे।