उत्तराखण्ड

(बड़ी खबर)आईआईटी रुड़की ने एंटीना गेन तकनीक का दिया लाइसेंस, उद्योग-अकादमिक साझेदारी को नई दिशा

आईआईटी रुड़की ने एंटीना गेन तकनीक का दिया लाइसेंस, उद्योग-अकादमिक साझेदारी को नई दिशा

रुड़की, -: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने वायरलेस संचार क्षेत्र में एक अहम कदम उठाते हुए अपनी उन्नत एंटीना गेन एन्हांसमेंट तकनीक का लाइसेंस एमटेकप्रो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को प्रदान किया है। यह तकनीक अगली पीढ़ी के वायरलेस सिस्टम के लिए उच्च दक्षता और बेहतर प्रदर्शन का वादा करती है।

यह नवाचार “बैंड पास गेन बूस्टिंग सरफेस (जीबीएस) का उपयोग करके पिरामिडल हॉर्न एंटीना में गेन बढ़ाने की प्रणाली एवं विधि” (पेटेंट आवेदन संख्या 202311057857) पर आधारित है। इसे आईआईटी रुड़की के प्रो. गौरीश बसवराजप्पा और श्री कल्याण मोहन पटनायक ने विकसित किया है।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर(देहरादून) उत्तराखंड पुलिस में अधिकारियों के हुए तबादले!!

प्रो. बसवराजप्पा ने कहा, “यह तकनीक एंटीना के प्रदर्शन को बेहतर बनाने का एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है। उद्योग के साथ हमारा सहयोग इसे प्रयोगशाला से वास्तविक उपयोग तक ले जाएगा।”

एमटेकप्रो टेक्नोलॉजीज़ के प्रतिनिधि श्री तैय्यब ज़िया अहमद और सुश्री दीपा गोयल ने इस उपलब्धि पर उत्साह जताते हुए कहा कि, “हमें खुशी है कि हम इस तकनीक को अपने उत्पादों में शामिल कर रहे हैं। यह औद्योगिक और व्यावसायिक अनुप्रयोगों में नई संभावनाएं खोलेगी।”

आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने इस सहयोग की सराहना करते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य शोध को समाज के लिए ठोस मूल्य में बदलना है। यह साझेदारी शिक्षा और उद्योग के मिलकर काम करने की शक्ति को दर्शाती है।”

वहीं, प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श के कुलशासक प्रो. विवेक के. मलिक ने कहा कि, “यह उदाहरण बताता है कि कैसे आईआईटी रुड़की के शोधकर्ता उद्योग की चुनौतियों के समाधान में योगदान दे रहे हैं। इससे भारत की तकनीकी क्षमता और मजबूत होगी।”

यह प्रौद्योगिकी हस्तांतरण आईआईटी रुड़की और उद्योग के बीच सहयोग का एक और सफल अध्याय है, जो भविष्य में टिकाऊ और उच्च-स्तरीय तकनीकों के व्यावहारिक उपयोग का मार्ग प्रशस्त करेगा।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर(रामनगर) अध्यापक पात्रता परीक्षा संपन्न,11,949 अभ्यर्थी रहे उपस्थित ।।

Ad
To Top