मानसून अवधि में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत आपदाओं की घटनाओं की रोकथाम राहत एवं बचाव कार्यों हेतु जनपद स्तर पर सभी पूर्व तैयारियां कर ली गई हैं। इस संबंध में आवश्यक जानकारी देते हुए जिलाधिकारी चंपावत नवनीत पांडे ने अवगत कराया कि मानसून काल में समस्त अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा के दृष्टिगत जिला मुख्यालय के अतिरिक्त सभी तहसील मुख्यालयों में आपदा कंट्रोल रूम स्थापित कर लिए गए हैं जो 24 x 7 घण्टे की तर्ज पर क्रियाशील हैं।
चंपावत न्यूज़
मानसूनकाल में यातायात व्यवस्था सुचारू रखे जाने हेतु जनपद में विभिन्न सड़क मार्गों में 43 संवेदनशील स्थलों को चिह्नित किया गया हैं,इन स्थानों में सड़क मार्ग बंद होने पर उसे तत्काल खोले जाने हेतु इन स्थानों में कुल 48 जेसीबी लोडर आदि मशीनों को रखने के साथ ही ऑपरेटर एवं कार्मिक तैनात किए गए हैं। साथ ही इन स्थानों पर सतत निगरानी भी रखी जा रही है।
इसके अतिरिक्त तहसील पूर्णागिरी, टनकपुर क्षेत्र अंतर्गत संभावित अतिवृष्टि व बाढ़ की स्थिति के मध्यनजर नियंत्रण एवं राहत कार्य को संपन्न कराए जाने हेतु संवेदनशील सेक्टरों का चिन्हीकरण कर बूम, बनबसा तथा शारदा घाट 3 बाड़ चौकियां बनाई गई हैं। जिसमें अधिकारियों, कर्मचारियों व पुलिस बल की तैनाती की गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी होने पर शासन द्वारा एअर एंबुलेंस की सुविधा भो तत्काल प्रदान की जाएगी,इसकी भी व्यस्था की गई है ।
सभी सड़क निर्माण एजेंसियों लोक निर्माण विभागों,पीएमजीएसवाई,आरडब्लू,एनएच के अधिकारियों को किसी भी स्थिति में आवागमन को सुरक्षित व सुचारू रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने अवगत कराया कि एहतियातन मानसून काल के दृष्टिगत खनन चुगान पर भी रोक लगाई गई है।
अधिक समय तक सड़क यातायात बन्द होने पर वैकल्पिक मार्गों की भी व्यस्था रखे जाने के निर्देश सड़क निर्माण एजेंसियों को दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि शासन द्वारा जनपद में क्षतिग्रस्त परिसंपत्ति के कार्यों के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। पिथौरागढ़- टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित किरोड़ा पुल के अपस्ट्रीम व डाउनस्ट्रीम में किरोड़ा नाला प्रथम में डायवर्सन का कार्य 6.75 लाख, पिथौरागढ़ टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित किरोड़ा पुल की अपस्ट्रीम व डाउनस्ट्रीम में किरोड़ा नाला द्वितीय के डायवर्सन का कार्य 6.75 लाख, टनकपुर पूर्णागिरि मार्ग में स्थित कॉजवे द्वितीय के अपस्ट्रीम व डाउनस्ट्रीम की ओर किरोड़ा नाला में डायवर्सन का कार्य 5.25 लाख, जनपद चंपावत की तहसील पूर्णागिरी, टनकपुर की ग्राम पंचायत सैलानीगोठ के तोक ग्राम थपलियालखेड़ा में नेपाल की ओर आने वाले बरसाती नाले से भूकटाव बचाव हेतु सुरक्षा योजना 6.75 लाख, जनपद चंपावत की तहसील पूर्णागिरी टनकपुर की ग्राम सभा देवीपुरा मझगांव में जगबूड़ा नदी की बाढ़ से सुरक्षा कार्य हेतु 6.75 लाख, आपदा न्यूनीकरण मद के अंतर्गत ग्राम गैंडाखाली नंबर 3 में पूर्णागिरि मुख्य मार्ग से राम मंदिर तक बरसाती नाले की बाढ़ से कटाव से बचाव हेतु सीसी दीवार का निर्माण कार्य हेतु 5.25 लाख, चंपावत की तहसील पूर्णागिरी, टनकपुर के ग्राम मनिहारगोठ में पंचायत घर कब्रिस्तान मार्ग के किनारे पैरापिट व रिटेनिंग वॉल निर्माण का कार्य 4.87 लाख, जिला चंपावत की तहसील पूर्णागिरी, टनकपुर में ब्यानधूरा नाले के बाए पार्श्व में ग्राम कैठौल में हो रहे कटाव से बचाव हेतु बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य हेतु 6 लाख, ग्राम हेलागोठ में हूड्डी नदी में 600 मी डायवर्सन कार्य हेतु 2.32 लाख, ग्राम देवीपुरा में शिव मंदिर के निकट जगबूढ़ा नदी में 350 मी डायवर्सन का कार्य हेतु 2.38 लाख सहित कुल 62.42 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिनमें कार्य गतिमान है।
मानसूनकाल को देखते हुए जिलाधिकारी ने सड़क निर्माणविभाग सहित सभी नगर पालिका, नगर पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़क के दोंनो तरफ नालियों की सफाई व झाड़ियों का कटान कर लिया जाय साथ ही कलमठों, नालियों को खोलने के साथ ही जल निकासी की व्यवस्था समय से पूर्ण कर ली जाय। यह कार्य नियमित रूप से जारी रखे जाय।
जिलाधिकारी ने जिले के सभी अधिकारियों को मानसूनकाल में अलर्ट रहने के निर्देश दिये हैं। साथ ही कहा है कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक घटना पर रिस्पॉन्स समय कम से कम हो,यह भी निर्देश दिए हैं।