Uttarakhand city news.com उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, , देहरादून ने उत्तरकाशी, चमोली, रूद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल जनपदों के जिला अधिकारियों को पत्र लिखकर उत्तराखण्ड राज्य में बर्फवारी/ हिमस्खलन की सम्भावना को देखते हुए सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
पत्र के अनुसारDefence Geoiformatics Research Establishment (DGRE), Chandigarh द्वारा समय-समय पर जारी पूर्वानुमान के अनुसार राज्य के ऊँचाई वाले (2000 मीटर व उससे अधिक) क्षत्रों में बर्फवारी एवं हिमस्खलन की सम्भावना व्यक्त की जा रही है, जिसमें विशेष रूप से उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, बागेश्वर, पिथौराढ़, चमोली आदि जनपदों को रखा गया है।
उपरोक्त के क्रम में मौसम विज्ञान केन्द्र (IMD), देहरादून द्वारा भी दिनांक 01 मार्च, 2025 से 03 मार्च, 2025 तक के मध्य, अधिकॉश क्षेत्रों में (जनपद पिथौरागढ़, बागेश्वर, उत्तरकाशी, चमोली तथा टिहरी गढ़वाल) में गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की सम्भावना व्यक्त की गई है।
उक्त पूर्वानुमानों (DGRE तथा IMD) के दृष्टिगत राज्य में 2000 मीटर व उससे अधिक क्षेत्रों में पर्यटकों, ट्रेकिंग करने आ रहे सैलानियों तथा स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया जाये तथा इसके अतिरिक्त उक्त तिथियों में पहाड़ी क्षेत्रों में आने वाले पर्यटकों/ सैलानियों को आने से रोका जाये व जागरूक किया जाये, जिससे कि आने वाले
दिनों में Avalanche की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। इस स्थिति से निबटने के लिए अपने-अपने जनपदों में निम्न सावधानियाँ रखना

उचित होगाः-

- प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये।
- दिन व रात दोनों में अपने नजदीकी क्षेत्रों में गिर रही बर्फ / हिमस्खलन की जानकारी मौसम विज्ञान केन्द्र, देहरादून की वेबसाईट से लेते रहे।
- हिमस्खलन / बर्फ गिरने की दशा में बर्फ वाले क्षेत्रों में अति आवश्यक होने पर ही आमजनमानस संवेदनशील क्षेत्रों में प्रवेश की अनुमति सुरक्षा व सावधानी के साथ प्रदान करें।
- बर्फीले क्षेत्रों में आवागमन के दौरान बर्फ के फिसलने पर नजर बनाये रखें।
