हल्द्वानी-: पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊँ परिक्षेत्र डॉ. नीलेश आनन्द भरणे ने साईं कृपा नशा मुक्ति केन्द्र कमलुवागांजा पहुंचकर नशामुक्त केन्द्र में उपाचराधीन युवाओं से मुलाकात की और उन्हे नशे के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
इस अवसर पर नशा मुक्ति केन्द्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर दुष्यन्त अहूजा ने 17 साल नशे से दूर रहकर नशे से दूर रहने के बाद के अनुभव को साझा किये । इस दौरान उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति केन्द्र में लगभग औसतन रोगी की उपस्थिति 40 की है जहां पर रिकवरी रेट 20% है। नशा मुक्ति केन्द्र में स्मैक,शराब, अफीम आदि नशे के आदतन रोगियों का ईलाज किया जा रहा है यहां बरेली, मुरादाबाद तथा कुमायूँ रेंज के रोगियों का ईलाज हो रहा है यहां घर से लाकर , आत्मसमर्पण, तथा पुलिस द्वारा सौपे गये का इलाज हो रहा है । इस अवसर पर डॉक्टर मनोज त्रिवेदी (Neuropsychiatrist ) , डॉक्टर मनोज तिवारी (General MD) आदि मौजूद रहे .आई0जी0 कुमायूँ द्वारा केन्द्र में उपचाराधीन रोगियों को जानकारी दी कि नशे के प्रभाव में व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता कम हो जाती है। ऐसे व्यक्ति अनेक ऐसे असमाजिक कार्य कर देता है जिससे समाज में तनाव उत्पन्न हो जाता है. उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि नशे से दूर रहकर उत्तराखण्ड राज्य के “मिशन 2025 लक्ष्य नशा मुक्त उत्तराखण्ड” में अपना सहयोग प्रदान करें ।