उत्तर प्रदेश

बिग ब्रेकिंग (उत्तराखंड) एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई. मैकडोनाल्ड और केएफसी की फ्रेंचाइजी के नाम पर कि लाखों की धोखाधड़ी .STF ने 4 युवकों को किया गिरफ्तार. देखें वीडियो।।

देहरादून
विभिन्न कम्पनियों (Mc Donald’s, KFC आदि) की फर्जी वेब साईट बनाकर लोगों को फ्रैन्चाईज़ी दिलाने के नाम से लाखों की धोखाधड़ी करने वाले गैंग के 04 सदस्यों को एसटीएफ के साईबर क्राईम पुलिस द्वारा लगातार दबिशें देकर पटना बिहार से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।


सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यों में नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वैबसाईट के माध्यम से गिरोह द्वारा की जा रही थी लाखो की धोखाधड़ी । (कुल 90 शिकायतें देश भर में, 14 मुकदमे तेलंगाना में, 01 मुकदमा आन्द्र प्रदेश में एवं सम्भवतः पूरे देश में विभिन्न मुकदमों से सम्बन्ध है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्ती कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है ।

वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा फ्रैन्चाईजी दिलाने के नाम पर फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों (Mc Donald’s, KFC आदि) से बताते हुये कम्पनी की फ्रैन्चाईजी देने के नाम पर सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यों में लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।

इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें शिकायतकर्ता प्रशान्त जमदग्नि निवासी आशुतोष नगर ऋषिकेश देहरादून द्वारा मैकडोनल्ड की फ्रैन्चाईज़ी लेने हेतु गूगल पर सर्च करना तथा ऑनलाईन वैबसाईट www.mcdonaldspartner.com प्राप्त होना जिसपर शिकायतकर्ता द्वारा मैकडोनल्ड रैस्टोरैन्ट की फ्रैन्चाईजी के लिए आवेदन करना जिसके पश्चात अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को कॉल कर स्वंय को मैकडौनल्ड का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बताकर मौकडोनल्ड कम्पनी द्वारा आवेदन स्वीकार करने की बात कहना जिसके पश्चात अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को कॉल कर स्वंय को मैकडोनल्ड का हेड ऑफ वैरिफिकेशन टीम से बताकर amit.jatia@mcdonalds.com से मेल कर कम्पनी में रजिस्ट्रेशन, एनओसी तथा लाईसेन्स फीस आदि के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से 35,40,000/- रुपये की ऑनलाईन धोखाधड़ी की गयी शिकायतकर्ता की शिकायत पर  थाना साइबर क्राईम पर मु0अ0स0 02/2023 धारा 420,120बी भादवि व 66 डी आईटी एक्ट पंजीकृत किया गया । जिसकी विवेचना निरीक्षक विकास भारद्वाज के सुपुर्द की गयी । अभियोग की विवेचना के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि अभियुक्त गण द्वारा गैंग के रूप में कार्य कर फेक वैबसाईट बनाकर फ्रैन्चाईज़ी देने के नाम पर सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यो में धोखाधड़ी की जा रही है, जिस सम्बन्ध में अन्य राज्यों से शिकायतों के लिंक भी प्राप्त हुए हैं । 

अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से मैकडोनल्ड की फ्रैन्चाईजी देने के नाम पर वादी मुकदमा से धोखाधडी की गयी । मोबाईल नम्बर व खातों की जानकारी से अभियुक्तगणों का पटना बिहार से सम्बन्ध होना पाया गया जिसमें टीम को सम्बन्धित स्थानों को रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा वादी मुकदमा को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये थे व धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैक खातो में प्राप्त की गयी थी उक्त खातों के खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी व उक्त खाते का खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में 04 अभियुक्तगण 1.सनी कुमार वर्मा पुत्र गोपाल प्रसाद वर्मा निवासी न्यू कॉलोनी थाना मालसलामी पटना बिहार उम्र 21 वर्ष 2. सूरज कुमार वर्मा पुत्र वकील प्रसाद वर्मा निवासी न्यू कॉलोनी थाना मालसलामी पटना बिहार उम्र 34 वर्ष 3. सनी कुमार पुत्र कृष्ण कुमार जयसवाल निवासी गुल मैया चौक सबलपुर थाना नदी मोजीपुर पटना बिहार उम्र 19 वर्ष 4. चन्दन कुमार उर्फ विकास पुत्र रामबाबू शाह निवासी जमुनापुर चाईटोली पटना बिहार उम्र 19 वर्ष को पटना बिहार से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगणों से घटना में प्रयुक्त 04 मोबाईल फोन , 12 अदद सिम कार्ड, 2 अदद डेबिट कार्ड, 2 अदद आधार कार्ड व 1 अदद पेन कार्ड बरामद किये गये ।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर(उत्तराखंड) स्थानीय निकाय चुनाव. सफल संचालन को लेकर इस जनपद में नोडल अधिकारी हुए नियुक्त।।

पकड़े गए आरोपी गैंग के रूप में कार्य कर नामी गिरामी कम्पनियों (Mc Donald’s, KFC आदि) की फर्जी वैबसाईट बनाकर सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यों से ऑनलाईन आवेदन करने वाले व्यक्तियों से सम्पर्क कर स्वंय को कम्पनी का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बताकर आवेदन स्वीकर करने की बात कहते हुए आवेदन की फीस प्राप्त करना तत्पश्चात हैड ऑफ वैरिफिकेशन टीम बनकर वैरीफिकेशन कराने की बात कहते हुए वैरिफिकेशन की फीस प्राप्त करना इसी तरह कम्पनी में रजिस्ट्रेशन, एनओसी तथा लाईसेन्स फीस आदि के नाम पर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त करना व धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है । अभियुक्तगणो द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम, आईडी कार्ड तथा फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है ।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर (देहरादून) टीवी उन्मूलन को लेकर फिर अभियान. सीएम धामी ने बैठक में दिए निर्देश।।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम
1- सनी कुमार वर्मा पुत्र गोपाल प्रसाद वर्मा निवासी न्यू कॉलोनी थाना मालसलामी पटना बिहार उम्र 19 वर्ष
2- सूरज कुमार वर्मा पुत्र वकील प्रसाद वर्मा निवासी न्यू कॉलोनी थाना मालसलामी पटना बिहार उम्र 34 वर्ष
3- सनी कुमार पुत्र कृष्ण कुमार जयसवाल निवासी गुल मैया चौक सबलपुर थाना नदी मोजीपुर पटना बिहार उम्र 19
4- चन्दन कुमार उर्फ विकास पुत्र रामबाबू शाह निवासी जमुनापुर चाईटोली पटना बिहार उम्र 19 वर्ष

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर(देहरादून) अब सरकारी समारोह के लिए जारी हुआ यह आदेश ।।

बरामदगी-

  1. मोबाईल फोन – 04
  2. सिम कार्ड- 12
  3. डेबिट कार्ड- 2
  4. आधार कार्ड- 2
  5. पेन कार्ड- 1
  6. धनराशि – 6.5 लाख रुपये ( बैक खाते में रोकी गयी)

पुलिस टीम-
1- निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज
2- उ0नि0 राजीव सेमवाल
3- अपर उ0नि0 सुरेश कुमार

प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड श्री आयुष अग्रवाल महोदय द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन कम्पनी की फ्रैन्चाईजी को बुक कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें । इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगो द्वारा देख कर शेयर किया गया है।
Ad
To Top