उत्तरकाशी
पर्वतीय क्षेत्र में हो रही लगातार भारी बरसात के बाद जहां नदी नाले उफान पर हैं वही लोग नदी नालों के बीच अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं तथा मचलती, इठलाती एवं उफान मारती नदियों को पार कर जहां आम आम आदमी खुद अपनी जिंदगी को दांव पर लगा देता है वही प्रशासनिक अमला भी उनको रेस्क्यू करने के दौरान बड़ी चुनौतियों के साथ जूझता दिखाई देता है ऐसा ही एक मामला उस समय दिखाई देने को हुआ जब उत्तरकाशी जोसियाणा जलविद्युत परियोजना के बैराज द्वारा अचानक पानी छोड़ने से ऊफनाई भगीरथी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे मातली में भागीरथी नदी के बीच 5 लोग फस गए।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आइटीबीपी की संयुक्त टीम ने लगातार मेहनत कर तमाम चुनौतियों के बीच किसी तरीके से भगीरथी नदी से पांचों लोगों को सकुशल रेस्क्यू किया इस घटना में लोगों की घंटों सांसे अटकी रही ।
बताया जाता है कि भागीरथी नदी में उपरोक्त लोग अवैध तरीके से रेता बजरी का खनन कार्य कर रहे थे अचानक भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ने से मातली के पास 5 लोग फंस गए अचानक जल स्तर बढ़ने से पांचों लोगों नेचर पुकार में चांदी प्रारंभ कर दी तथा जब लोगों की नजर उन पर पड़ी तो स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन को सूचित किया जिसके बाद जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पांचों लोगों को बमुश्किल नदी से बाहर निकाला इस घटना से लोगों को लंबे समय तक सांसे थामें रहना पड़ा।




