देहरादून-: उत्तराखंड में मौसम के बदले मिजाज के बाद पहाड़ों में लगातार हो रही बरसात के चलते यहां जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है उच्च हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी के चलते पहाड़ पूरी तरह से लकदक दिखाई दे रहे हैं तथा कई जगह मौसम का पहला हिमपात भी प्रारंभ हुआ है बदरीनाथ धाम के आसपास की चोटियों पर सुबह से ही बरसात शुरू हो गयी है तथा वातावरण इस कदर ठंडा हो गया कि लोगों को दिन में भी आग का सहारा लेना पड़ रहा है, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब मे भी शुरुआती चरण में हिमपात की खबर आ रही है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में हो रही बरसात को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर राज्य में भारी बारिश से बचाव हेतु की जा रही तैयारियों के विषय में जानकारी ली एवं केंद्र सरकार द्वारा राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
इधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही वर्षा का लगातार जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने फोन के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों से जनपदों में बारिश की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिले में बारिश की स्थिति एवं आवागमन की स्थिति की प्रत्येक घंटे की रिपोर्ट दी जाए। प्रशासनिक अमले पहले ही मुख्यमंत्री के निर्देश पर अलर्ट मोड पर है।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं से भी सावधानी बरतने की अपील की है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आज प्रदेश के 01 से 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद रखे गए हैं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में रिस्पांस टाइम कम से कम हो। यात्रियों को असुविधा न हो।
मौसम विभाग द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के बाद उत्तराखंड में राज्य सरकार ने सोमवार के दिन पूरी तरह से हाई अलर्ट पर राज्य को रखा है सोमवार तड़के से ही राज्य के लगभग हर हिस्से में लगातार बारिश हो रही है इस बीच बदरीनाथ से खबर है कि धाम के आसपास के पर्वत श्रृंखलाओं में नर नारायण पर्वत, उर्वशी पर्वतमाला, नीलकंठ पर्वत आदि के शिखर पर तड़के से ही बर्फबारी का सिलसिला प्रारंभ हो चुका है अब धीरे-धीरे बर्फ से पहाड़ लकदक होते हुए दिखाई दे रहे हैं जबकि बरसात का भी दौर अभी भी चल रहा है।
बदरीनाथ धाम से खबर है कि यहां हिमपात के चलते वातावरण ठंडा हो रहा है, जिससे लोगों ने गर्म कपड़े का सहारा लिया है वही चार धाम यात्रा पर निकले लोगों को भी बरसात और ठंड के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बताया जाता है कि उच्च हिमालई वाले क्षेत्र में स्थित केदारनाथ धाम,हेमकुंड साहिब में भी हिमपात शुरू हो चुका है, हेमकुंड साहिब के कपाट बंद हैं जबकि खराब मौसम के चलते प्रशासन ने केदारनाथ धाम की यात्रा को आज सोमवार तक के लिए रोक रखा है, जिससे उस क्षेत्र में जहां भी तीर्थयात्री हैं उन्हें प्रशासन की टीम ने सुरक्षित स्थानों पर रोक कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की हुई है, समाचार लिखे जाने तक राज्य के सभी जनपदों में बरसात के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है तथा नदी नाले भी उफान पर हैं।
उधर भारी बरसात को देखते हुए नैनीताल पुलिस ने रामनगर से पहा़ड की ओर जाने वाले यात्रीयों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा कि लगातार अत्यधिक वर्षा होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 121/309 में गर्जिया चौकी से आगे मौहान के बीच में पनोद व धनगढ़ी के नालें उफान में होने के कारण रोड पूर्ण रूप से बाधित है। पुलिस प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध है कि रामगर से उपरोक्त रूट से आने वाले यात्री/वाहन किसी सुरक्षित स्थान पर रूकने का कष्ट करें। यातायात पूूूर्ण रूप से सुचारू होने पर नैनीताल पुलिस द्वारा अवगत कराया जायेगा उसके बाद ही अपनी सुरक्षित यात्रा करें।
उधर सीमांत पिथौरागढ़ जिले में मूसलाधार बारिश सेे मलबा आने से पिथौरागढ़-घाट और घाट-पनार गंगोलीहाट सहित नौ सड़कें बंद हो गई हैं। उधर घाट-टनकपुर सड़क भी चंपाावत जिले के स्वाला और भारतोली के समीप बंद है। पिथौरागढ़ में सर्वाधिक 82.2 एमएम बारिश हुई।
पिथौरागढ़ में 82.2मिमी, गंगोलीहाट में 46मिमी, बेरीनाग में 52.4 मिमी, डीडीहाट में 41.5 मिमी, मुनस्यारी में 42.4मिमी, धारचूला में 58.4मिमी बारिश हुई। बारिश का क्रम जारी है। काली, सरयू और रामगंगा सहित सभी नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है।
मूसलाधार बारिश से घाट-पिथौरागढ़ सड़क में मीना बाजार के पास, घाट-पनार गंगोलीहाट में बौतड़ी के समीप मलबा आने से बंद हो गई। थल- मुनस्यारी, नाचनी-बांसबगड़, छिरकिला -जम्कू, सल्ला सेल-रौतगढ़ा, डीडीहाट-देवीसूना, झूलाघाट-मल्ला बड़ालू, जौलजीबी-मुनस्यारी, तवाघाट-घटृाबगढ़ सड़कों में मलबा आया है। सभी रूटों में वाहन फंसे हुए हैं।आपदा प्रबंधन विभाग पिथौरागढ़ से मिली जानकारी के अनुसार सभी सड़कों को खोलने का काम चल रहा है।
बारिश के चलते आज वीरभट्टी पुल के पास मलवा आने से सड़क मार्ग बंद हो गया है। एक कार भी मलवे की चपेट में आ गई। फिलहाल मार्ग खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं। नैनीताल आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक करीब डेढ़ घंटे से मार्ग बंद है।
सड़क मार्ग खोलने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। अभी भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद है। अफसरों ने बताया कि छोटे वाहन वाया भीमताल आ रहे हैं। इधर रामनगर में धनगढ़ी नाला भी पूरे उफान पर है। यहां पर फिलहाल यातायात रोका गया है।