ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह एक रिव्यू मीटिंग की। वह बालासोर का दौरा भी करेंगे और अस्पताल में घायलों से भी मुलाकात करेंगे। हादसे में 230 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है जबकि 900 से ज्यादा यात्री जख्मी हुए हैं। ये हादसा भारत में अबतक की सबसे भीषण ट्रेन हादसों में से एक एक है। इस ट्रेन हादसे में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नै कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल थीं।
इन सबके बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उड़ीसा में हुई रेल दुर्घटना को बहुत ही दुखद और कष्टकारी बताते हुए चंपावत में अपने विधानसभा चुनाव की जीत के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम और रोड शो निरस्त कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे में हताहत यात्रियों के प्रति शोक संवेदना व्यक करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
इस बीच रेलवे ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है, जिसकी अध्यक्षता दक्षिण-पूर्वी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे। रेलवे सुरक्षा आयुक्त सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के अधीन काम करता है और इस प्रकार के सभी हादसों की जांच करता है। रेलवे के एक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा, ‘एसई (दक्षिण-पूर्वी) सर्किल के सीआरएस (रेलवे सुरक्षा आयुक्त) ए एम चौधरी हादसे की जांच करेंगे।’
ये भारत के इतिहास के अबतक के सबसे भीषण ट्रेन हादसे में एक है। हादसे में अबतक 238 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इससे पूरा देश गमगीन है। देश-विदेश की हस्तियां हादसे पर शोक जता रही हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो, भारत में रूस के राजदूत, संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के अध्यक्ष चाबा कोरोशी ने भी ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर पीड़ित परिवारों के प्रति शोक जताया है।