देहरादून।
एक जमाना था जब लोग अपनी कलाओं को स्टेज पर लाने के लिए क्या से क्या नहीं करते थे लेकिन आज मोबाइल क्रांति ने एक ऐसी मुहिम को धरातल पर उतारा जिसने अपनी कलाओं को लोगों के सामने प्रस्तुत करने का मौका दिया अब उन्हीं कलाओं को और अधिक प्रोत्साहित करते हुए राज्य सरकार ने कोविड-19 संक्रमण के दौर में लोगों को कोविड-19 से बचाव एवं उसके उन्मूलन के लिए पिक्चर बनाने के लिए प्रेरित किया है जिसके लिए राज्य सरकार चुनिंदा लघु फिल्मों को प्रोत्साहित करते हुए उन कलाकारों को सम्मानित भी करेगी ।

कोविड 19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य में जनजागरूकता बढ़ाने को लेकर पहले विकल्प में“फिल्में बनाएं नकद पुरस्कार पाएं” तथा दूसरे विकल्प में कोविड–19 वारियर से विनर तक, यानी जो लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं उन पर फ़िल्म बनानी होगी, आपके द्वारा बनाई गई फ़िल्म की अवधि 30 सेकेंड से 60 सेकेंड तक होनी आवश्यक है, फिल्मों की प्रविष्टियों के लिए अंतिम तिथि 20 अक्टूबर तय की गयी,आपके द्वारा बनाई गई स्वरचित पिक्चर को पुरुस्कार दिया जाएगा जिसमे प्रथम पुरस्कार 1 लाख, द्वितीय पुरुस्कार 75 हज़ार, तृतीय पुरुस्कार 50 हज़ार रखा गया है।
गौरतलब है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कोविड-19 नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लगातार प्रयत्नशील है तथा हर स्तर से वह राज्य की जनता को जागरूक कराना चाहते हैं इसी कड़ी में उन्होंने लघु फ़िल्म प्रतियोगिता का आयोजन के लिए निर्देशित किया है ।जिसमें दो विषय रखे गए हैं,कोविड 19 हेतु जागरूकता, और कोविड 19 वारियर से विनर यानी विजेता तक। इन लघु फिल्मों के माध्यम से कोरोना वारियर्स के समर्पण और त्याग की कहानियों को लोगो तक पहुंचाया जाएगा,और इन फिल्मों के ज़रिए कोविड 19 से बचाव और जन जागरूकता का अभियान भी चलेगा। ये दोनों विषय जन जागरूकता में अहम भूमिका निभाएंगी।

प्रतियोगिता के परिणाम फ़िल्म की गुणवत्ता, रचनात्मकता एवं कलात्मकता के साथ ही उसमे निहित जागरूकता संदेश के आधार पर तय की जाएगी। इन फिल्मों को बनाकर यूट्यूब और गूगल ड्राइव पर अपलोड कर लिंक सेंड करना होगा लिंक सेंड करने के लिए smteamdipr@gmail.com मेल आईडी पर 20 अक्टूबर तक भेज सकते हैं अधिक जानकारी के लिए आप 8287250243 सम्पर्क कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत के इस पहल से जहां छोटे फिल्म कलाकारों को एक प्लेटफार्म मिलेगा वही उनकी इस कलाकारी को एक जन जागरूकता अभियान के रूप में भी लोग देखेंगे कुल मिलाकर राज्य सरकार की इस मुहिम से बच्चे काफी उत्साहित हैं।




