अल्मोड़ा
आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर गुलदार को ,राज्य के मशहूर शिकारी लखपत सिंह ने खोली मारी लेकिन अंधेरा होने के चलते गुलदार झाड़ियों में ओझल हो गया इस घटना के बाद अल्मोड़ा मखोर क्षेत्र में वन विभाग द्वारा रात्रि से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घटना की पुष्टि क्षेत्र के वन क्षेत्राधिकारी हरीश टम्टा ने करते हुए बताया कि सुबह से लगातार क्षेत्र में बड़ी झाड़ियों के बीच में गुलदार छुपा हुआ है जिसको लेकर के सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि अल्मोड़ा जिले के बाड़ीकोट में गुलदार ने विगत 19 सितंबर को बच्ची को निवाला बना लिया था
गिरीश सिंह की 7 वर्ष की बेटी दिव्या अन्य बच्चों के साथ घर के खेत आंगन में खेल रही थी कि अचानक गुलदार दिव्या पर अटैक कर उसे उठाकर ले गया। जिसका शव झाड़ियों में बरामद हुआ था।
घटना के बाद से ही ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ था ग्रामीण गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग कर रहे थे।इसी क्रम में वन विभाग द्वारा गुलदार को आदमखोर घोषित करने के साथ ही राज्य के मशहूर शिकारी लखपत सिंह रावत को बुला लिया था। शिकारी लखपत सिंह रावत अपनी टीम के साथ बाड़ीकोट स्थित घटनास्थल के आसपास डेरा डाले हुए थे। बताया गया कि सोमवार की शाम घटनास्थल के आसपास आदमखोर चहलकदमी करता हुआ दिखाई दिया। लखपत सिंह रावत के नेतृत्व में शिकारी अली अदनान ने गुलदार पर दो फायर झोंके , जिसके चलते गुलदार गोली लगने से घायल होकर झाड़ियों की ओर भागा और ओझल हो गया।
रेंजर हरीश टम्टा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आदमखोर गुलदार शिकारी की गोली से घायल हुआ है उन्होंने बताया वन विभाग की टीम द्वारा पूरी रात कांबिंग अभियान चलाकर घायल गुलदार को ढूंढा जा रहा है उन्होंने बताया सर्च ऑपरेशन जारी है। उन्होंने कहा घायल गुलदार के आक्रामक होने की आशंका के चलते क्षेत्र में अलर्ट घोषित करने के साथ ही ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।




