बागेश्वर
कोविड-19 कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन के कारण जनपद में कोई भूखा ना रहा है इसके लिए जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने जरूरतमंद लोगों एवं असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले ऐसे श्रमिक जो लॉक डाउन के कारण बेरोजगार हो गयें हैं तथा जिनके पास कोई पंजीकरण परिचय पत्र व राशन कार्ड उपलब्ध नहीं हैं, ऐसे मजदूरों को पुनः राशन किट उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति वर्तमान स्थिति
में अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम नहीं हैं, उसे भी चिन्हित करते हुए राशन किट उपलब्ध कराया जाय।उन्होंने कहा की जनपद में कोई भी व्यक्ति किसी भी दशा में भूखा न रहें यह खाद्यान्न किट के बारे में उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में इस खाद्यान्न किट में 05 किलो0 आटा, 05 किलो0 चावल, 01 किलो0 मिक्स दाल, 01 किलो0 चीनी, तेल 01 लीटर, सब्जी, मसाला, चायपत्ती, मोमबत्ती, माचिस तथा नमक जैसी सामग्री सम्मिलित थी, इसमें जन स्वास्थ को सुनिश्चित करने एवं स्वच्छता पर बल देते हुए नहाने के साबुन के साथ-साथ कपडे धोने के साबुन व डिटर्जेंट को भी सम्मिलित कर दिया गया हैं। इस प्रकार खाद्यान्न किट से जहां एक ओर भूख जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति होगी वहीं दूसरीओर वर्तमान कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव के दृश्टिगत स्वच्छता जैसे पहलुओं को बढावा दिया जा सकेंगा।
उल्लेखनीय हैं कि जनपद में अब तक लगभग 3500 राशन किटों का वितरण जिला प्रशासन द्वारा किया जा चुका हैं। जिमसें बागेश्वर क्षेत्र में लगभग 1400, गरूड में 1000, कपकोट 800 तथा काण्डा में लगभग 300 राशन के किट खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा वितरित कियें जा चुकें हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न स्वंय सेवी संस्थाओं द्वारा भी लगातार जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में राशन के पैंकेट एवं पका हुआ भोजन वितरित किया जा रहा हैं।




