उत्तर प्रदेश
(अनोखी शादी)6 साल की लव स्टोरी, का अंजाम हुआ मंदिर में सफल,दुल्हन ने लिए मंदिर में फेरे,मां-बाप मलते रहे हाथ ।।
रील लाइफ और रियल लाइफ के बीच नैन मटक्का जिस तरह से परवान चढ़ा की शादी के कुछ समय पूर्व दुल्हन अपने प्रेमी बंधन में बंध गई जबकि एक तरफ परिवार में मां बाप अपनी बेटी का इंतजार करते करते ही रह गए।

बागेश्वर
मामला बागेश्वर जिले के एक गांव का है जहां युवती की शादी थी लेकिन शादी से कुछ घंटे पहले ही दुल्हन प्रेमी संग उड़न छू हो गई। आज दुल्हन ने सोमेश्वर के शिव मंदिर में अपने प्रेमी संग शादी रचा ली। कई लोग इस विवाह के गवाह बने। शादी के बाद दोनों अपने गांव डोबा लौट गये। मंदिर में लडक़े के पक्ष वाले मौजूद रहे। कौतूहल का बनी यह शादी लंबे समय तक लोगों की जुबान पर रहेगी।
कहते हैं बेटी की भावनाओं को उसके परिवार वाले भी नहीं समझ सके
विगत 16 अप्रैल से बागेश्वर जिले के सात गांव में शादी की तैयारी चल रही थी। मां बाप खुश है तथा दुल्हन ने महिला संगीत में जमकर ठुमके भी लगाये लेकिन जब इस तरह का फरार होकर प्रेमी के साथ विवाह करने का जो ठुमका लगा उससे मां और पिता बेहद आहत हैं घर में शादी की तैयारियों के बीच अचानक दुल्हन अपने प्रेमी संग फरार हो गई। दुल्हन के फरार होने से शादी में हडक़ंप मच गया। लोकलाज के भय से परिजनों ने आनन-फानन में छोटी बेटी शादी तय कर दी। जैसे ही फेरों की तैयारी चल रही थी तो वन स्टाप सेंटर व पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। जांच में दुल्हन नाबालिग निकली। वन स्टाप सेंटर व पुलिस ने शादी रुकवा दी और बालिग होने पर ही शादी कराने का लिखितनामा ले लिया।
भागी दुल्हन ने मंगलवार को हिंदू रीति-रिवाज के साथ सोमेश्वर के खडक़ेश्वर शिव मंदिर में डोबा गांव निवासी अपने प्रेमी बलवंत सिंह टंगडिय़ा के साथ शादी करली। शादी को को आचार्य हरीश चंद्र लोहनी ने संपन्न कराया, जबकि दया देवी और ध्यान सिंह ने कन्यादान की रस्म अदा की। दूल्हा की ओर से हरीश सिंह टंगडिय़ा, मनोज टंगडिय़ा, मोहन सिंह रावत तथा भूलगांव के ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत मौजूद रहे। दूल्हा बलवंत सिंह ने बताया कि पिछले 6 वर्षों से एक-दूसरे से प्यार करते हैं। प्रेमिका के घर वाले विवाह के लिए सहमत नहीं हो रहे थे। घरवाले कहीं और शादी करा रहे थे इसलिए वह घर से भाग गई। शादी के बाद दोनों डोबा गांव को चले गए इस तरह की अनोखी शादी पूरे जनपद में चर्चा का विषय बनी हुई है
