उत्तर प्रदेश

(दानवीरता) गर्भवती जुड़वा बच्चों की मां कि इस तरह से जान बचाई महिला आरक्षी रोशन निशा ने, जमकर हो रही है प्रशंसा ।।

जनपद चम्पावत की महिला आरक्षी रोशन निशा ने रक्तदान कर देवीधूरा क्षेत्र की गर्भवती महिला की जान बचाकर नेक दिली का उदाहरण पेश किया है जिसकी अब सर्वत्र प्रशंसा हो रही है इस अनुकरणीय उदाहरण से लोगों की भावना रक्तदान के प्रति बढ़ेगी तथा लोग बढ़-चढ़कर रक्तदान के लिए आगे आएंगे।

चंपावत
बीते रोज सूखीढॉक-डाडामीनार रोड में हुई भीषण वाहन दुर्घटना में जहॉ जनपद चम्पावत का पूरा पुलिस व प्रशासनिक अमला दो घायलों को रेस्क्यू करने व चौदह मृतको के शवों को गहरी खाई से निकालने में जुटा हुआ था वही जनपद चम्पावत के ग्राम सिलोड़ी, देवीधूरा क्षेत्र की रहने वाली गर्भवती महिला श्रीमती हेमा जोशी पत्नी रघुनन्दन जोशी जो कि प्रसव के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाटी से रेफर होकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लोहाघाट में आई थी जहां उन्होंने में दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया गया। इस बीच प्रसव के दौरान गर्भवती महिला की स्थिति काफी खराब होने के कारण उसे B+ ब्लड ग्रुप की सख्त आवश्यकता पड़ रही थी ।
लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लोहाघाट में उक्त वर्ग का ब्लड ग्रुप उपलब्ध नही होने व महिला की स्थिति ज्यादा खराब होने के कारण उक्त महिला को आनन-फानन में जिला चिकित्सालय चम्पावत रेफर किया गया । जिला चिकित्सालय चम्पावत मे भी उक्त वर्ग का एक यूनिट ही ब्लड मिला पाया था । किन्तु उक्त महिला को एक अन्य यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ रही थी । महिला के परिजनों द्वारा अपने परिजनों, दोस्त, रिस्तेदारों से ब्लड ग्रुप के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही थी लेकिन उक्त ब्लड ग्रुप नही मिल पा रहा था जिससे महिला की स्थिति काफी खराब होती जा रही थी ।
इसी दौरान पुलिस अधीक्षक कार्यालय चम्पावत की सीसीटीएनएस शाखा में तैनात महिला आरक्षी रोशन निशा को जब इसके बारें में पता चला तो वह तुरन्त जिला चिकित्सालय चम्पावत मे पहुंची और उक्त महिला को रक्तदान कर उन्हें नया जीवनदान दिया ।
महिला आरक्षी रोशन निशा द्वारा समय पर उक्त गर्भवती महिला को रक्तदान कर जीवनदान देने पर महिला के परिजनों व जनता द्वारा महिला आरक्षी व जनपद चम्पावत पुलिस की जमकर सराहना की जा रही है।

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