अल्मोड़ा-: आखिर विभिन्न अस्पतालों में भटकने के बाद विमला को अल्मोड़ा के जिला चिकित्सालय मे सहारा मिला जहां एक ऐसा चैलेंज भरा ऑपरेशन डॉक्टरों की टीम ने पहली बार किया. जिला चिकित्सालय मे सर्जन के पद पर कार्यरत सर्जन डा़ अमित सुकोटी ने अपनी टीम के साथ 45 वर्षीय विमला तिवारी का वह ऑपरेशन किया जो अपने आप में एक बड़ा चैलेंज बड़ा कदम था इस रोगी के बाई ओर होने वाले अंग दाई ओंर थे जहां ऑपरेशन करने वाली टीम को छोटे से ऑपरेशन थिएटर में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देना था।
जिला चिकित्सालय के सर्जन डा अमित सुकोटी ने बताया कि 21 दिसंबर को महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल में भर्ती हुई थी लेकिन जांच पड़ताल के बाद डॉक्टरों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत ऑपरेशन करने का निर्णय लिया जिसे आज रविवार को ऑपरेशन के बाद डिस्चार्ज कर दिया उन्होंने बताया कि महिला का पूरा इलाज निशुल्क किया गया है तथा आयुष्मान कार्ड के द्वारा उनका इलाज किया गया है। डा़ अमित सुकोटी ने बताया कि जिला चिकित्सालय मे जो सर्जरी हुई यह मिरर इफेक्ट से हुई उनके जीवन मे यह पहला मामला था, जब महिला का गौल ब्लेड़र निर्धारित स्थान के बजाय बिपरीत दिशा में था । उन्होंने बताया कि 22हजार रोगियों मे से किसी एक रोगी मे यह स्थति पाई जाती है ।इस मरीज के भी अंग अपोजिट साईड में थे , साथ ही पित्त की थैली दो नलियों से जुड़ी हुई थी यह आपरेशन इमेज इफैक्ट से हुआ , रोगी विमला तिवारी बागेश्वर जनपद के नैणी गांव की रहने वाली है वह सर्जिकल वार्ड मे भर्ती हुई थी तथा अब स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गई है । आपरेशन के दौरान (सर्जन) डा.अमित सुकोटी के साथ डा . निस्तेतक डा .कविता पोखरिया, सिस्टर प्रियंका व सिस्टर नेहा आदि थे। ।