राम जन्म उत्सव पर भावविभोर हुआ कथा पंडाल, श्रद्धालुओं से उमड़ा जनसैलाब
लालकुआँ।
राधे–राधे सेवा समिति के तत्वावधान में 25 एकड़ जाल क्षेत्र में आयोजित श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस पर राम जन्म उत्सव का ऐसा भावपूर्ण और भव्य दृश्य देखने को मिला, जिसने श्रद्धालुओं के हृदय को भक्तिरस से सराबोर कर दिया। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जन्म प्रसंग का सजीव और मार्मिक वर्णन सुनकर कथा पंडाल श्रद्धा, भक्ति और आस्था के सागर में डूब गया।



कथा व्यास पं. पंकज मिश्रा मयंक ने रामायण शैली में जैसे ही प्रभु श्री राम के अवतरण की कथा सुनाई, वैसे ही श्रद्धालु भावविभोर हो उठे और पूरा वातावरण “जय श्रीराम” के गगनभेदी जयघोष से गुंजायमान हो उठा। श्रद्धालुओं की आंखों में आंसू और मुख पर भक्ति भाव स्पष्ट दिखाई दे रहा था।



कथा व्यास ने श्री राम कथा के श्रवण से होने वाले आध्यात्मिक, मानसिक और सामाजिक प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री राम के जीवन मूल्य—सत्य, मर्यादा, त्याग और करुणा—आज के युग में समाज के लिए दीप स्तंभ हैं। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से रामायण श्रवण कर अपने जीवन को संस्कारित करने का आह्वान किया।

कथा के दौरान धनुष यज्ञ एवं शिव धनुष से जुड़ा प्रसंग भी अत्यंत भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया। पं. पंकज मिश्रा मयंक ने व्यास पीठ से बताया कि जिस शिव धनुष को बड़े-बड़े राजा और पराक्रमी योद्धा हिला तक नहीं सके, उसी धनुष को माता सीता ने सहज भाव से उठाकर अलग स्थान पर रख दिया। जब राजा जनक ने इसका कारण पूछा, तो माता सीता के सरल उत्तर ने समस्त सभा को भावविभोर कर दिया। इस दिव्य प्रसंग को सुनकर श्रद्धालु श्री राम और माता सीता की लीला में पूर्णतः तल्लीन हो गए।

इस पावन अवसर पर क्षेत्रीय विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल के सीईओ अजय कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष नरेश चंद्रा, एस.के. बाजपेई, हेमवती नंदन दुर्गा पाल एवं कमलेश चंदोला को कथा व्यास द्वारा राम नाम का पटका पहनाकर तथा भगवान श्री रामचंद्र जी का प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में यजमान श्री एवं श्रीमती कुलदीप मिश्रा तथा उमेश तिवारी की विशेष उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में राधे–राधे सेवा समिति की महिला मंडल की टीम से अमन चंद्रा, गुड़िया शाह, किशन चंद्रा, पूजा कश्यप, पूर्णिमा कश्यप, बबली मौर्य, मनजीत कौर, राजो देवी, रुचि शाह, ऋतु छाबड़ा, वैशाली मौर्य, सोनी मौर्य, सुमन साहा सहित अनेक महिलाएं सक्रिय रूप से मौजूद रहीं।

वहीं समिति के अध्यक्ष संजीव शर्मा के साथ जीवन कावड़बाल, बी.पी.एन. शर्मा, दीवान सिंह बिष्ट, उमेश तिवारी, दीप लोहनी, राजेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री, अरुण जोशी, पंचम लाल, शैलेन्द्र सिंह, राजेश मिश्रा, राजीव मौर्य, उमेश चंद तिवारी, शैलेन्द्र सिंह राठौर, रोहन चौधरी, रामस्वरूप, पिंकी मौर्य सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।

कथा पंडाल में उमड़ा जनसैलाब और राम नाम के जयघोषों से गूंजता वातावरण यह दर्शा रहा था कि श्री राम कथा केवल कथा नहीं, बल्कि जन-जन की आस्था और संस्कृति की जीवंत अभिव्यक्ति है।




