याद किए गए महाकवि जयशंकर प्रसाद, हुआ कवि सम्मेलन।
बरेली
महाकवि जयशंकर प्रसाद की जयंती के उपलक्ष्य में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, इज्जतनगर के सभागार में, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी एवं लोकप्रिय शायर जनाब मनोज कुमार की अध्यक्षता में ‘कवि गोष्ठी’ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्रीमती नीतू और वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी श्री मनोज कुमार आदि ने दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती व जयशंकर प्रसाद जी के चित्रों पर माल्यार्पण कर किया।
इस अवसर पर ज़नाब मनोज कुमार ने अपनी शायरी में ज़िंदगी की हक़ीकत बयां की, जिसे बहुत सराहा गया –
लम्हा लम्हा भीड़ बिखरते देख रहा हूँ।
मैं ठहरा हूँ राह गुज़रते देख रहा हूँ।
दौलत शोहरत की मीनारें चढ़ने वाले,
इंसानों को दिल से उतरते देख रहा हूँ।
इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए बरेली के मशहूर शायर सचिन अग्रवाल ने अपने शेर पढ़े –
सख़्त मिट्टी हो तो आकार नहीं बन सकता
नींव कमज़ोर हो घर बार नहीं बन सकता
ढालना होगा कहानी के मुताबिक ख़ुद को
कौन कहता है कि किरदार नहीं बन सकता
काव्य रस की धारा को हास्य-व्यंग की ओर मोड़ते हुए राजभाषा अधिकारी प्रभाकर मिश्र ने श्रोताओं को गुदगुदाने वाली कविताएं पढ़ीं –
फ्यूचर के नए प्लान बनाने में लगा हूँ।
सोई हुई किस्मत को जगाने में लगा हूँ।
देखा है केजरीवाल को बनते हुए लीडर,
मैं भी किसी अन्ना को पटाने में लगा हूँ।
कवि गोष्ठी के संचालक वरिष्ठ गीतकार कमल सक्सेना ने श्रृंगार रस के अपने गीतों से उपस्थित श्रोताओं को भावविभोर कर दिया, उन्होंने अपनी बात कुछ इस तरह कही-
एक ज़रा सी ठेस से टूटा नयनों में जो सपन पला।
नागफनी बदनाम हो गई, और सुमन ने हमें छला।
साहित्य की दुनिया में तेजी से उभरते हुए युवा शायर अमित शर्मा ‘मीत’ की शायरी खूब पसंद की गई-
तन्हाई से जान छुड़ाने की ख़ातिर
घण्टों घण्टों भीड़ में घूमा करता हूँ
हल्द्वानी से आए मशहूर व्यंग्यकार वेदप्रकाश ‘अंकुर’ ने अपनी क्षणिकाओं से देश में व्याप्त भ्रष्टाचार पर करारी चोट की-
देश का विकास हो न हो अपनी बला से।
हम तो घोटाले करते हैं अपनी कला से।
इस क्रम में नगर के लोकप्रिय हास्य-व्यंग्य कवि पी.के. दीवाना और अजय शुक्ला ने अपनी रचनाएं सुनाकर श्रोताओं की देर तक तालियां बटोरीं।
कार्यक्रम के समापन पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्रीमती नीतू, वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक अमित गोयल एवं वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी श्री मनोज कुमार द्वारा कवियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन राजभाषा अधिकारी इज्जतनगर प्रभाकर मिश्र ने किया। इस आयोजन में सहायक वाणिज्य प्रबंधक प्रशांत कुमार, पूर्व राजभाषा अधीक्षक श्रीमती नीलम प्रभा, आलोक कुमार, संजीव कुमार, अमरेश कुमार, धर्मेंद्र चौहान आदि का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर श्री मुकेश सक्सेना और श्री बच्चू लाल सहित बड़ी संख्या में रेल कर्मचारियों ने कवि गोष्ठी का आनंद लिया। धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा अधिकारी प्रभाकर मिश्र ने किया।