बॉर्डर पर शादी कोरोना को न्यौता
काशीपुर (सोनू)
देशभर में कोरोना वायरस के चलते चल रहे लॉक डाउन के बीच शादियों का क्रम लगातार जारी है। लेकिन अब यह बॉर्डर पर होने वाली शादियां पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सीमा से सटे जिले रेड जोन होने के चलते पुलिस के लिए जी का जंजाल बन गई हैं।
आपको बता दें कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के बिजनौर, रामपुर और मुरादाबाद जिले रेड जोन में शामिल है। इसके बाद भी इन जिलो से उत्तराखंड में बारात आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। इससे कोरोना का खतरा बढ़ने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। चूंकि इस समय देशभर में कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन भी लागू है और विवाह समारोहों का भी सीजन है। ऐसे में लॉकडाउन के चलते बॉर्डर पर बीते दिनों में काफी शादियां हो चुकी हैं। आलम यह है कि एक सप्ताह में बिजनौर बार्डर पर तीसरी शादी हो चुकी है। राज्य में लगातार कोरोना संक्रमित मिलने के बाद भी बार्डरों पर शादी हो रही है। इसे लोगों की लापरवाही ही माना जाएगा। क्योंकि पूरे देश के साथ ही राज्य में भी लॉकडाउन चल रहा है और लोग ऐसे में शादियां कर रहे हैं। यूपी के बिजनौर से एक सप्ताह के भीतर तीन बारात आई हैं। सबसे ज्यादा शादियां अब तक बिजनौर बॉर्डर पर हुई हैं। बीते रविवार को धामपुर के परमावाला से बिना अनुमति के बारात लेकर जसपुर के नादेही बार्डर पर चार लोगों के साथ पहुंचे दूल्हे संदीप पुत्र चन्द्रपाल को पुलिस ने बार्डर पर रोक दिया। पता लगने पर जसपुर के पतरामपुर निवासी वीरेंद्र सिंह अपनी बेटी प्रियंका को लेकर बार्डर पर आ गए। यहीं शादी कराकर दोनों को विदा कर दिया। बताया गया कि यह रिश्ता दो माह पहले हुआ था। इस शादी में दुल्हन की मां मिथलेश, पिता वीरेंद्र सिंह, भाई इफ्तार सिंह, दूल्हा पक्ष के पिता चन्द्रपाल के अलावा बार्डर पर तैनात पुलिस एवं अन्य शामिल हुए। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट ने कहा कि बीते दिनों में बॉर्डर मीटिंग के दौरान रामपुर पुलिस के द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड के विवाह के लिए उनके द्वारा किसी तरह की कोई परमिशन नहीं दी जा रही है लेकिन मुरादाबाद जिला बिजनौर प्रशासन के द्वारा लॉकडाउन के दौरान विवाह की अनुमति दे दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि बॉर्डर पर शादी के लिए दोनों तरफ के स्थानीय प्रशासन की अनुमति होने पर ही शादी की अनुमति दी जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मुरादाबाद या बिजनौर जनपद से अगर कोई दुल्हन विवाह करने के बाद उत्तराखंड में आती है तो 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि रेड जोन के हॉटस्पॉट क्षेत्र से विवाह के लिए आने वाले वर एवं वधू पक्ष को विवाह की अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी।




