रामनगर
“रण के मैदान को यूं छोड़ो नहीं ,
योद्धा हो विजय पा जाओगे ,
कर्म से मुह मोड़ो नहीं”!
ये पंक्तियाँ बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए ” जश्न ए बचपन ” व्हाट्सएप ग्रुप में संगीत एक्सपर्ट ‘अमितांशु जी’ द्वारा कही गयी।
उल्लेखनीय है कि जश्न ए बचपन रचनात्मक ग्रुप में 15 जून 2020 ,सोमवार का दिन कत्थक तथा संगीत का रहता है ।इसका दिशा निर्देशन संगीत एक्सपर्ट अमितांशु जी तथा कत्थक एक्सपर्ट आस्था मठपाल जी करते हैं । कत्थक एक्सपर्ट अास्था मठपाल ने बच्चों को वीडियो द्वारा ” रूपक ताल ” को हाथ में बजाना और उसके बोल सिखाए। वहीं संगीत एक्सपर्ट अमिताशु ने ताल व तबले से बच्चों को परिचित करवाया।उनका कहना था कि जिस तरह चित्र को बनाने के लिए उसमें आउटलाइन की ज़रूरत होती है , उसी प्रकार संगीत को सवाँरने के लिए उसमें ताल रूपी रेखा का होना अत्यंत आवश्यक है।” अमितांशु ने और भी वीडियो और ऑडियो के द्वारा सभी तक अपनी बात पहुँचाई।
ग्रुप से जुड़ी एक छात्रा ने अपना डांस साझा किया। नानकमत्ता पब्लिक स्कूल की छात्रा दीपिका ने “रूपक ताल” हाथों में करते हुए अपना वीडियो ग्रुप में पोस्ट किया।
रोज़ की तरह साहित्यकार महेश पुनेठा ने पिछले दिन की रिपोर्ट साझा की। यह रिपोर्ट ” राजकीय इंटर कॉलेज देवलथल” में दसवीं की छात्रा लक्षिता जोशी द्वारा लिखी गई थी।
ग्रुप एडमिन नवेंदु मठपाल ने शाम के समय ग्रुप में एक सूचना देते हुए कहा कि – ” मंगलवार ग्रुप में परिंदों की दुनिया की सैर का दिवस है पर फिलहाल कुछ दिनों के लिए इस दिवस के एक्सपर्ट श्री सती जी व्यस्त है इसलिए डा कमलेश अटवाल जी नानकमत्ता ,मानव विकास की कहानी पर बातचीत रखेंगे”
-दीपिका (10th) नानकमत्ता पब्लिक स्कूल की कलम से