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विशेष–: जश्न ए बचपन (3)संगीत के साथ: कत्थक में थिरकते रहे बच्चो के पैर,उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव डॉ नीता तिवारी ने बच्चों की प्रतिभा को सराहा

संगीत के साथ: कत्थक में थिरकते रहे बच्चो के पैर


Ramnagar

हौसलों के तरकश में तीर जिंदा रखो ,हार जाओ चाहे जिंदगी में सब कुछ मगर ,जीतने की उम्मीद जिंदा रखो।
यह उद्गार जश्न ए बचपन में संगीत दिवस पर प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए एक अभिभावक रमेश चन्द्र जोशी द्वारा व्यक्त किए गये।


उल्लेखनीय है कि जश्न ए बचपन रचनात्मक ग्रुप में सोमवार का दिन कत्थक तथा संगीत का रहता है ।इसका दिशा निर्देशन तबला एक्सपर्ट अमितांशु तथा कत्थक एक्सपर्ट आस्था मठपाल करती हैं । कल आस्था मठपाल ने सुबह-सुबह कत्थक को आगे बढ़ाते हुए धमार ताल के बोल सिखाये । जाने-माने संगीतज्ञ अमिताशु ने संगीत की शुरुआत बड़े उत्साहजनक तरीके से की। उन्होंने संगीत से संबंधित ऑडियो रिकॉर्डिंग से अपनी बात ग्रुप में पहुंचाई । कत्थक में नृत्य की शुरुआत निधि पंत द्वारा की गई ।उन्होने बताया कि वह ग्रुप में जुड़ने के बाद से ही कत्थक सीख रही हैं।
संगीतकार अमितांशु के कार्य से प्रभावित होकर सिने समीक्षक संजय जोशी ने कहा कि अमितांशु जी आप बहुत सुंदर तरीके से सिखा रहे हैं।बचपन में इलाहाबाद में एक परन सीखी थी। उसे भूल गया हूं कैसे बजाते हैं आप उसके वीडियो बना भेज सकेंगे तो बड़ी मेहरबानी होगी।
तबले में नृत्य की कोशिश करती बालिकाओं ने बेहतर प्रस्तुति दी,जिसका निर्देशन स्वयं तबला वादक अमितांशु ने किया। नानकमत्ता से दीपिका ने कत्थक नृत्यिक आस्था के बताएं धमार ताल को करके ग्रुप में शेयर किया।
सोमवार को ग्रुप की विशेषता यह रही कि ग्रुप निर्देशक मठपाल द्वारा ग्रुप में एक विशेष बात साझा की गई। उनका कहना है , “आज उत्तराखंड शिक्षा परिषद कार्यालय जो की उत्तराखंड की माध्यमिक शिक्षा का एक सर्वोच्च केंद्र है , मेरा एक आवश्यक कार्य से जाना हुआ। वहां की सचिव डॉ नीता तिवारी जी समेत मौजूद अन्य अधिकारियों ने बच्चों की कल बनाई पेंटिंग की जबर्दस्त प्रशंसा की ।सचिव मैम तो अपना मोबाइल खोल पर दिखाने लगी बोली,आपके बच्चे बहुत अच्छा काम कर रहे है ।आप सबको बधाई आपकी बदौलत हम भी पहचान पा रहे हैं बच्चों।”


पुलकित द्वारा केसियो में बजाया गया एक शबद- जो मांगे ठाकुर अपने ते सोई सोई देवे बजाया ।इसमें संगीत एक्स्पर्ट अमितांशु ने कहा -एक सलाह देना चाहूंगा,यदि सिंथेसाइजर और गायन में साम्य स्थापित करे तो चार चांद लग जाएंगे ।
भारती के नृत्य की प्रसंशा करते हुए संगीत एक्स्पर्ट के मुंह से अनायास ही बहुत खूब निकल पड़ा।
ग्रुप के प्रतिभागियों में दीपिका, निधि,पुलकित, भारती अटवाल,ने प्रतिभाग किया।
आज का दिन परिंदो की दुनिया की सैर का रहेगा।जहां भाष्कर सती बच्चो की जिज्ञासा को नई उड़ान देंगे।

शीतल भट्ट की कलम से

G I C Dewalthal.

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