विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास पर कार्यशाला प्रारम्भ
पंतनगर।
पंतनगर विश्वविद्यालय के कृषि एवं मानविकी महाविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय के स्नातक विद्यार्थियों के लिए ‘फार बियोंड आई: स्ट्रेटजीस फाॅर पर्सनेल्टी डेवेलपमेंट’ विषय पर दो-दिवसीय कार्यशाला का आयोजन पर्यावरण विज्ञान विभाग के सभागार में किया गया। इस अवसर पर कुलपति डा. तेज प्रताप के साथ एक्पीरीसिंया बिजनेस सर्विसेज से आये अक्षय कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यमान थे। अधिष्ठाता मानविकी महाविद्यालय डा. संदीप अरोरा एवं कार्यक्रम समन्वयक डा. पुष्पा लोहनी भी मंचासीन थे। इस कार्यषाला में विष्वविद्यालय के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के समग्र विकास तथा उनके मनोवैज्ञानिक, आंतरिक एवं बाह्य विकास को बल प्रदान करने के साथ-साथ जैव प्रौद्योगिकी में रोजगार के अवसर, भावनात्मक बुद्धिमत्ता इत्यादि की जानकारी देना है।
डा. तेज प्रताप ने कहा कि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के अन्तर्गत व्यावसायिक ज्ञान के साथ-साथ चरित्र निर्माण की विषेष भुमिका है, जिससे वह जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षण से ज्ञान का विकास होता है और ज्ञान को प्रदर्षित करने के लिए व्यक्तित्व विकास अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के पास जो ज्ञान है अगर उसे प्रस्तुत नहीं कर सकते, तो यह ज्ञान किसी काम का नहीं है। डा. प्रताप ने बताया कि ज्ञान, वार्तालाप एवं कौषल व्यक्तित्व विकास के महत्वपूर्ण आयाम हैं, जो रोजगार के लिए आवष्यक अवयव हैं। कुलपति ने सुझाया कि कभी भी जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए; विद्यार्थी पहले रूकें, सोचें और आगे बड़कर अपने रूचि के अनुसार निर्णय लें, तो निश्चित ही वे अपने क्षेत्र में बेहतर कर पायेंगे।
श्री अक्षय कुमार ने कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय में संस्कार की जो परम्परा है वह अन्य विश्वविद्यालय से इस विश्वविद्यालय को अलग बनाती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अध्यापक यहां के विद्यार्थियों को उत्कृष्ट बनाने हेतु अपने जीवन भर के अनुभवों का उपयोग करते हैं, जिसका परिणाम यह है कि विद्यार्थी विश्व में उच्च स्थानों पर विद्यमान हैं। श्री कुमार ने बताया कि अध्यापकों को अपनी व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक जिन्दगी को आपस में मिलाना नहीं चाहिए।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में अधिष्ठाता विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय तथा निदेशक जैव प्रौद्यौगिकी संस्थान डा. संदीप अरोरा ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया एवं कार्यषाला की महत्ता बतायी। कार्यक्रम के दौरान कुलपति डा. तेज प्रताप ने जैव प्रौद्योगिकी के स्नातक कार्यक्रम की वेबसाइट का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर विष्वविद्यालय के अधिष्ठाता, निदेषक, वैज्ञानिक, विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के जैव प्रौद्यौगिकी कार्यक्रम; जैव प्रौद्यौगिकी संस्थान, पटवाडांगर; एवं राष्ट्रीय कृषि उच्च षिक्षा परियोजना (नाहेप) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।
