बागेश्वर
जिलाधिकारी रंजना राजगुरू का जनपद बागेश्वर से उधमसिंहनगर स्थानान्तरण होने पर आज जिला कार्यालय सभागार में उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। इस जिलाधिकारी कहा कि मैं अपने को सौभाग्यशाली महसूस करती हॅू कि मुझे भगवान बागनाथ जी की नगरी में 3 वर्ष दो माह एवं 14 दिन सेवा करने का अवसर मिला तथा यहॉ की जनता एवं सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उन्हें अपार सहयोग एवं सम्मान मिला इसके लिए वह जनपद बागेश्वर को हमेशा याद करती रहूंगी।
उन्होंने कहा कि जनपद में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उनका पूरा सहोयाग किया तथा सभी ने टीम भावना के साथ कार्य किया, जिसमें उन्होंने लोक सभा निर्वाचन, नगरपालिका चुनाव एवं पंचायत चुनाव को बड़ी दक्षता, कुशलता एवं निष्पक्षता के साथ संपन्न कराया है, इसके साथ-साथ ही वर्तमान में कोविड संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों द्वारा बड़ी सावधानी एवं बखुबी से अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवा में तबादला एक स्वाभाविक प्रक्रिया हैं सेवाकाल में यह प्रक्रिया चलती रहेगी। उनका कहना था कि सरकारी सेवक जनता की सेवा के लिए होता है उसे अपनी पहली प्राथमिकता ईमानदारी एवं निःस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करनी चाहिए।
उन्होने कहा कि हमें जनता में अपने विभाग की छवि को बनाये रखने के लिए समर्पण भाव से काम करना चाहिए। तभी जनता में विभाग के प्रति विश्वास पैदा होगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डी.डी. पंत ने कहा कि जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उनकी टीम द्वारा बेहतर ढंग से कार्य करते हुए विकास योजनाओं को धरातल पर उतारते हुए जनपद के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, तथा आम जनता की समस्याओं का त्वरित गति से निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लखनीय कार्य किये गये है तथा वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए बेहतर ढंग से कार्य किया है जिसमें बागेश्वर चिकित्सालय में कोविड चिकित्सालय स्थापित करते हुए उसमें आईसीयू एवं बेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी द्वारा जनपद को दी गयी सेवाओं के लिए सभी जनपदवासी हमेशा याद करते रहेंगे।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल ने कहा कि जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ है तथा कई अनुभव भी प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी का जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए तत्परता से कार्य किया है तथा जनपद को ओडीएफ कराकर राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त करते हुए जनपद को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी है तथा शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में ई-लर्निंन एवं स्मार्ट क्लास की शुरुआत की गयी है। तथा स्थानीय कुमाऊॅनी भाषा में जागरूकता संदेशों के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाई गयी है।
इस अवसर पर कलैक्ट्रेट अधिकारियों एवं कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों द्वारा जिलाधिकारी को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी बागेश्वर राकेश चन्द्र तिवारी, कपकोट प्रमोद कुमार, काण्डा योगेन्द्र सिंह, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, अपर निदेशक डीआरडीए शिल्पी पन्त, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 उदय शंकरकर, मुख्य कृषि अधिकारी वी0पी0 मौर्य, जिला शिक्षा अधिकारी प्रमेन्द्र सकलानी, वरिष्ठ कोशाधिकारी
पूरन चन्द्र उप्रेती, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, आपदा प्रबन्धन अधिकारी शिखा सुयाल, वरिष्ठ नागरिकों में रणजीत बोरा, गोविन्द सिंह भण्डारी, दिलीप खेतवाल, इन्द्र सिंह परिहार, जिला स्तरीय अधिकारियों सहित संबंधित कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रमेश राम आर्या ने किया।