हल्द्वानी
कुमाऊॅ मण्डल के पर्वतीय जनपदों में लाॅकडाउन के कारण फंसे लगभग 1200 बिहार के पंजीकृत श्रमिकों को लेकर एक विशेष ट्रेन 5 जून शुक्रवार को काठगोदाम रेलवे स्टेशन से बिहार को जायेगी। इस सम्बन्ध मे एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाधिकारी श्री सविन बंसल द्वारा ली गई। उन्होने बताया कि मण्डल के जनपद बागेश्वर, चम्पावत, पिथौरागढ के 1156 बिहार के श्रमिको द्वारा बेतिया तथा मोतीहारी (बिहार) जाने के लिए पंजीकरण कराया है। उन्होने बताया कि जनपद बागेश्वर से 359, चम्पावत से 313 तथा पिथौरागढ जनपद के 484 कुल 1156 बिहार प्रवासी श्रमिकों ने जाने के लिए पंजीकरण कराया है उन्होने बताया कि काठगोदाम से बिहार के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेन 5 जून की रात्रि 8 बजे प्रस्थान करेगी। उन्होने बताया कि यह ट्रेन काठगोदाम से चलकर बेतिया तथा मोतीहारी (बिहार) में श्रमिको को पहुंचाएगी। इस टेªन से केवल वही श्रमिक जा सकेगे जिन्होने पूर्व में आॅन लाइन पंजीकरण कराया है।
बैठक मे उपस्थित अधिकारियों से जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद बागेश्वर,पिथौरागढ तथा चम्पावत प्रशासन द्वारा पंजीकृत श्रमिकों को बसोें के माध्यम से थर्मल स्केनिंग तथा स्वास्थ्य परीक्षण के बाद भेजा जायेगा। इसी प्रकार चम्पावत तथा पिथौरागढ के श्रमिकों को बसों के द्वारा राधा स्वामी सतसंग घर रूद्रपुर लाया जायेगा। अल्प विश्राम के बाद इन जिलो के श्रमिक बसों से काठगोदाम स्टेशन पहुचेंगे। इन जनपदों के श्रमिकांे की रवानगी भी काठगोदाम स्टेशन से होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि श्रमिकों का किराया बिहार सरकार द्वारा रेलवे मंत्रालय को दिया जायेगा। प्रति श्रमिक 455 रूपये किराया बिहार सरकार द्वारा दिया जायेगा। काठगोदाम स्टेशन पर भी श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण होगा।
उन्होने अधिकारियों से कहा कि काठगोदाम स्टेशन पर श्रमिकांे को भेजने के लिए तीन गेट बनाये जांए तथा सभी श्रमिकों का सोशल डिस्टेसिंग का अनुपलान कराते हुये मास्क आदि भी उपलब्ध करायें और खाने की व्यवस्था गौलापार स्टेजिंग एरिया से की जायेगी। चम्पावत तथा पिथौरागढ के श्रमिकों को भोजन रूद्रपुर में दिया जायेगा।
बैठक मे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) कैलाश टोलिया, संयुक्त निदेशक एटीआई नवनीत पाण्डे,सिटी मजिस्टेªट प्रत्यूष सिंह, आरटीओ राजीव मेहरा, क्षेत्रीय प्रबन्धक रोडवेज यशपाल सिह, उपनिदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी, अधिशासी अभियंता लोनिवि हिम्मत सिंह रावत, अधिशासी अभियंता जल संस्थान विशाल सक्सेना आदि मौजूद थे।