उत्तराखण्ड

योग से रहें स्वस्थ,राजाजी टाइगर रिजर्व ने खोली चौरासी कुटी , पर्यटकों का आना हुआ प्रारंभ।

ऋषिकेश
ऐसा कोई भी स्थान शेष नहीं बचा जहां पर वैश्विक महामारी कोरोना का साया ना पड़ा हो राजाजी टाइगर रिजर्व मे महर्षि महेश योगी की कर्मस्थली चौरासी कुटिया भी इससे अछूती नहीं रही और कोरोना वायरस के कारण योग का अनुसरण कराने वाली यह कुटिया भी बंद हो गई अब अनलॉक 5 की प्रक्रिया जब धरातल पर उतरी तो छह महीने से बंद पड़ी चौरासी कुटिया पर्यटकों के लिए फिर से खुल गई है. इसके बाद पर्यटक इसका दीदार करने के लिए पहुंचने लगे हैं.
देसी-विदेशी पर्यटकों का आकर्षण केंद्र बिंदु रहने वाली उपरोक्त
चौरासी कुटिया को ऋषिकेश में योग का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है. यहां से निकल कर योग पूरे विश्व में फैला था. यह आश्रम उत्तराखंड में एक ऐसी धरोहर है, जिसके दीवाने पूरे विश्व में फैले हुए हैं. विदेशियों की जुबान पर ऋषिकेश के बीटल्स आश्रम का नाम एक आम बात है.

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ऑनलॉक 5 की गाइडलाइंस का पूरा पालन करते हुए पर्यटक अब चौरासी कुटी का भ्रमण कर यहां नेचर ट्रैक बर्ड वॉचिंग का आनंद ले रहे हैं।कोरोना महामारी के चलते 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के साथ ही राज्य में शुरू हुए लॉकडाउन के साथ चौरासी कुटिया को भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। अनलॉक की प्रक्रिया में विभिन्न गतिविधियों को खोले जाने के साथ राजाजी टाइगर रिजर्व ने चौरासी कुटी को भी पर्यटकों के दर्शनार्थ खोलने के जिलाधिकारी पौड़ी अनुमति मांगी थी अनुमति मिलने के बाद चौरासी कुटी को जनता के लिए खोल दिया गया।

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