बागेश्वर
‘‘वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने के लिए बागेश्वर के महिला स्वंय सहायता समूह ने एक बड़ी लकीर खींच दी है । तथा यह सहायता समूह अब बड़े स्केल पर मास्क बनाने में जुटगया है बागेश्वर कीजिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने जनपद के सार्वजनिक स्थानों पर फेस मॉस्क के प्रयोग को अनिवार्यता कर देने के बाद जनपद में मॉस्क की बढती मांग एंव देशव्यापी लॉकडाउन के कारण जनपद बागेश्वर के स्थानीय बाजारों में आम जन तक फेस मॉस्क/कवर की उपलब्धता एक बड़ी समस्या बनती जा रही थी। ऐसे समय में एन0आर0एल0एम0 अंतर्गत गठित महिला एस0एच0जी0 ने इस समस्या को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया तथा स्व-स्तर पर उपलब्धत संसाधनों से ही फेस मॉस्क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया। ग्रामीण महिलाओं के इन छोटे-छोटे प्रयासों ने धीरे-धीरे वृहद रूप ले लिया हैं। और जनपद बागेश्वर में मॉस्क की अनुपलब्धता की
समस्या को समाप्त करने हेतु प्रयत्नशील हैं। बागेश्वर जनपद के 11 एवं विकास खंड कपकोट के 9 स्वंय सहायता समूहों की 125 महिलाए मॉस्क निर्माण की प्रक्रिया में संलग्न हैं। जिनके द्वारा विभिन्न प्रयोजनार्थ 2 लेयर व 3 लेयर फेस मॉस्क व हेड कवर का निर्माण घर पर रहते हुए लॉकडाउन के नियमों तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
20000 से भी अधिक मॉस्क तैयार कर लियें गयें हैं। इसके अतिरिक्त स्वंय सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में भी लगभग 2000 से अधिक मॉस्क गरीब ग्रामीणों को निःशुल्क वितरित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 4 लाख मूल्य के मॉस्क तैयार कर चुकें ये ग्रामीण महिलायें जहां एक ओर लोंगो को संक्रमण से सुरक्षित रहने में सहयोग कर रही हैं वहीं दूसरी ओर स्वंय को मजबूत बनाकर विपत्तियों में संघर्शरत रहने के लिए आमजन को प्रेरणा दे रही ह