देहरादून
उपाध्यक्ष बीस सूत्रीय कार्यक्रम एवं क्रियान्वयन समिति नरेश बंसल ने लद्दाख की गलवान घाटी में सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले देश के वीर जवानों के बलिदान पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने कहा की सेना है तो हम सुरक्षित है, जिन जवानों ने भारतीय सीमाओं की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है वह वंदनीय है उन जवानों को शत-शत नमन । उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सेना को जवाब की खुली छूट दी है यह पहली बार है । उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री ने कहा है कि ‘‘मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है। इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है,लेकिन भारत को उकसाने पर हम हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा प्रधान मंत्री का यह बयान पर्याप्त है कि चीन की धोखाधड़ी का जबाब दिया जाएगा इसकी भीष्म प्रतिज्ञा हो गई है । देश की अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए किया गया उनका सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा। उन्होंने कहा की भारतीय सेना ने चीन के कई सैनिक मारे है , कई चीनी लापता, यह आंकड़ा 50 भी पार कर सकता है। चीन को समझना होगा ये नया भारत है मारना जानता है और अपने सैनिकों के बलिदान का बदला लेंगे । उन्होंने कहा की सीमा पर सेना चीन को मुहतोड़ जबाब देगी पर हमे भी अब चीन का आर्थिक बहिष्कार करना होगा । चीन आज पुरी दुनिया के लिए सिरदर्द बन गया है अब चीन का इलाज होगा।