अल्मोड़ा
कोविड-19 नोवल कोरोना वायरस महामारी के कारण भारी संख्या में महानगरों से रोजगार हेतु पलायन कर चुके प्रवासियों के रोजगार के अवसर खत्म होने से उनके सामने अत्यधिक बड़ी चुनौती खड़ी हो चुकी है। इस चुनौती से निपटने हेतु बेरोजगार हो चुके प्रवासी अपने मूल निवास को वापस लौट रहे हैं। इसको देखते हुए जिला अधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने जनपद में नए रोजगार सर्जन के प्रयास तेज कर दिए हैं
जिलाधिकारी ने बताया कि इस हेतु मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल के दिशा-निर्देशन में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना, अल्मोड़ा की जिला इकाई के परियोजना प्रबन्धक कैलाश चन्द्र भट्ट द्वारा सहकारिताओं के प्रगतिशील सदस्यों के साथ रणनीति तैयार की जा रही है। जिसमें परियोजनान्तर्गत 7 इनोवेशन लिंकेज परियोजना एवं विभिन्न स्थानीय संसाधनों पर आधारित उद्यमों जैसे एग्रो प्रोसेसिंग एवं बेकरी इकाई, तेल पिराई, मसाला प्रसंस्करण इकाई, दुग्ध उत्पादन एवं संग्रहण, धान कुटाई एवं गेहूँ पिसाई, सब्जी उत्पादन, साप्ताहिक हाट, मोबाईल वैन, ग्रामीण उद्यम की स्थापना की गयी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि आजिविका परियोजनान्तर्गत संचालित इन गतिविधियों में रिर्वस माईग्रेशन के कारण आने वाले व्यक्तियों को इनके माध्यम से स्वरोजगार दिलवाने हेतु आजीविका संघों के साथ मिलकर रणनीति तैयार की जा रही है। प्रत्येक विकास खण्ड के आजीविका संघों के अन्तर्गत रिर्वस माईग्रेशन के कारण ग्राम में लौटे लोगों की सूची तैयार कर उनके कौशल क्षेत्र का पता लगाया जा रहा है जिससे कि उनके कौशल का उपयोग आजीविका संघों के व्यवसायिक एवं अन्य गतिविधियों में करते हुए उन्हें लाभाविन्त किया जा सके। इस कार्य से जहां एक ओर अचानक ग्राम में आये एवं बेरोजगार हो चुके लोगाें को कुछ रोजगार प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर बेरोजगार से होने वाले सामाजिक कुप्रभावों से भी बचा जा सकेगा।