देहरादून
कोरोना संक्रमण को जन समुदाय में फैलने से रोकने के लिए संदिग्ध तथा क्वारंटाईन व्यक्तियों की गहनता से निगरानी एवं परीक्षण किया जाये। यह निर्देश मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सभी जनपदों द्वारा कोरोना संक्रमण के प्रभावी रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु किए जा रहे कार्यों की वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा करते हुए दिए।
उन्होंने सभी डीएम तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वाले तथा मास्क न पहनने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करने एवं नियमानुसार मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश दिये। उन्होंने 65 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध व्यक्तियों व 10 वर्ष से कम आयु के बालको तथा गर्भवती महिलाओं को अनावश्यक बाहर न निकलने, जन समुदाय के बीच न जाने की सलाह दी। उन्होंने जिलाधिकारियों को कोविड-19 सम्बन्धी डाटा का स्वयं विश्लेषण करने, कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु जनता को जागरूक करने, संक्रमण के फैलाव की संभावनाओं को चिन्हित करने, सभी कोरोना संक्रमण केसों को ट्रेस करने, संभावित कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों की शतप्रतिशत सैम्पलिंग कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने ट्रेकिंग मैनेजमेंट सिंस्टम को और अधिक प्रभावी बनाने के भी निर्देश जिलाधिकारियों को दिए। उन्होंने राज्य में कोरोना संक्रमण मृत्यु दर में कमी लाने के लिए पोजिटिव व्यक्तियों का गहनता से स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही विशेष रूप से देख-भाल करने एवं सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने बागेश्वर, पिथौरागढ़ तथा पौड़ी के जिलाधिकारियों को जनपद में कोरोना टैस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों एंव मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से मृत्युदर में और अधिक कमी लाने के लिए प्रत्येक मृत्यु का लेखा-जोखा तैयार किया जाए। उन्होंने कोविड-19 ड्यूटी में तैनात डाॅक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, अधिकारियों एवं कर्मचारियों का संक्रमण सुरक्षित रहें और उन्हें समय-समय पर संक्रमण से बचाव हेतु प्रशिक्षण, पुनः प्रशिक्षण दिया जाए।
उन्होंने जिलाधिकारी सविन बंसल के सुझाव पर जिलाधिकारियों से कोविड-19 ड्यूटी में लगी आशाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को प्रोत्साहन राशि देने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
वीसी में मण्डलायुक्त श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी ने विलेज क्वारंटीन सेंटरों विशेषकर स्कूलों एवं पंचायत घरों की बिजली, पानी एवं शौचालय की बेसिक सुविधाऐं बेहतर की जायें। उन्होंने कहा कि राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों के पीएचसी एवं डिस्पेंशनरी में मेडिकल फैसिलिटी बढ़ाने के लिए विश्लेषण किया जाए और आवश्यकता वाली पीएचसी एवं डिस्पेंशनरी में फर्नीचर, बेड, आॅक्सीजन की सुविधा, स्ट्रेचर उपलब्ध कराने के साथ ही डाॅक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराया जाये। दूरस्थ क्षेत्रों के प्रत्येक गाॅव में कम से कम स्ट्रेचर एवं डोली की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा पहाड़ो में भी हाई ब्लड प्रेशर एवं हायपर टेंशन के मामले बढ़ रहे हैं, बीपी के मरीजों को समय से रेफर करने के लिए आशाओं को बीपी मापने के लिए उपकरण दिया जाए।
वीसी में जिलाधिकारी सविन बंसल ने कोविड-19 ड्यूटी में तैनात आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को इनसेंटिव देने का प्रस्ताव रखने के साथ ही जनपद के लिए अतिरिक्त पुलिस बल के रूप में जनपद में उपस्थित आईआरबी तथा पीएससी बटालियन को लगाने की मांग की। उन्होंने जनपद में कोविड-19 व डेंगू के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु किए जा रहे कार्यो, जनपद में उपलब्ध उपकरणों की विस्तार से जानकारी दी।
वीसी में अपर आयुक्त संजय खेतवाल, संयुक्त निदेशक एटीआई नवनीत पाण्डे आदि उपस्थित थे।